किसानों का समूह 7 मई को अमृतसर में ‘रेल रोको’ प्रदर्शन करने का आह्वान करने वाला था लेकिन भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद इसे स्थगित कर दिया गया है.
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें किसी कार्यक्रम के बीच एक व्यक्ति उनपर काली स्याही फेंकता हुआ दिखाई दे रहा है. वीडियो शेयर करने वालों की मानें तो हाल ही में आंध्र प्रदेश में राकेश टिकैत पर ये हमला हुआ है.
ऐसे ही एक पोस्ट में लिखा है, “जिस देश का किशान, जवान के लिये खतरा है तो देश मजबूत नही हो सकता. राकेश टिकैत जी पर आंध्रप्रदेश में जानलेवा हमला, देश कहां जा रहा है. ये बहुत गलत है निंदनीय है”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि राकेश टिकैत पर ये हमला 30, मई 2022 को बेंगलुरु, कर्नाटक में हुआ था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च की मदद से हमें इस घटना के बारे में साल 2022 में छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक कर्नाटक में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर एक शख्स ने काली स्याही फेंक दी थी. ये घटना बेंगलुरु प्रेस क्लब में हुई थी, और इसके तुरंत बाद टिकैत समर्थकों ने स्याही फेंकने वाले शख्स को पकड़ कर उसके साथ मारपीट भी की थी. खबरों के मुताबिक इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था.
दरअसल, 30 मई, 2022 को हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए टिकैत एक स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो पर सफाई देने पहुंचे थे. उस वीडियो में कर्नाटक के किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर, बस स्ट्राइक के बदले पैसे मांगते हुए दिखे थे. इस कार्यक्रम के जरिए राकेश टिकैत और उनके सहयोगी नेता युद्धवीर सिंह यही कहने गए थे कि उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है और कोडिहल्ली चंद्रशेखर पर कार्रवाई होनी चाहिए.
लेकिन, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टिकैत और कोडिहल्ली के समर्थकों के बीच बहस और मारपीट हो गई. इस बीच एक शख्स ने स्टेज पर आकर टिकैत पर काली स्याही फेंक दी.
राकेश टिकैत का ये भी कहना था कि स्थानीय पुलिस की मिली-भगत से इस कार्यक्रम के दौरान सोच-समझकर उन्हें टारगेट किया गया. पहले एक शख्स ने उन पर माइक से हमला किया और उसके बाद दूसरे आदमी ने उनपर स्याही फेंक दी.
बता दें कि हाल ही में, 2 मई को मुजफ्फरनगर में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचने पर राकेश टिकैत को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की हुई, जिससे उनके सिर से पगड़ी उतर गई. पगड़ी गिराने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया था और उसने अपनी गलती के लिए माफी भी मांगी है.
साफ है, टिकैत पर हमले के साल 2022 के पुराने वीडियो को हाल-फिलहाल का बता कर शेयर किया जा रहा है.