
पेजर ब्लास्ट के बाद लेबनान 18 सितंबर को फिर धमाकों से दहल उठा, जिसमें 20 लोगों के मारे जाने और सैकड़ो के घायल होने की खबर है. बताया जा रहा है कि ये धमाके लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह के लड़ाकों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वॉकी-टॉकी में हुए. खबरें ये भी हैं कि लेबनान की राजधानी बेरूत में सोलर पैनल में भी धमाके हुए हैं. इस बार भी केंद्र में इजरायल है क्योंकि धमाकों का आरोप उसी पर लगाया जा रहा है.
इन सब घटनाक्रमों के बीच सोशल मीडिया पर एक फोटो के जरिए दावा किया जा रहा है कि इजरायल ने लेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी के अलावा टॉयलेट में लगे कमोड में भी ब्लास्ट किए हैं. वायरल फोटो में एक कमोड दिख रहा जिसके चीथड़े उड़ चुके हैं. ऐसा लग रहा है कमोड में धमाका हुआ है.

एक एक्स यूजर ने फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा, “नेतन्याहू जी, अब कमोड भी फोड़ दे रहे हैं. गाजा का बाजा तो बज ही चुका था अब लेबनान का लैब और नान दोनो अलग करके ही दम लेंगे. बेरूत में बारूद के बिना ही “आग ऐसी लगाई मजा आ गया” गाना बजा बजा कर सजा दी जा रही है. उनका साफ तौर पे कहना है मैं आतंकवादियों में ऐसा आतंक भर दूंगा की आतंक फैलाना तो दूर आतंक के नाम से ही आतंकित रहेंगे”.
फेसबुक पर भी इस फोटो को लेबनान में हाल में हुए धमाकों के संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस फोटो का लेबनान में हुए धमाकों से कोई संबंध नहीं है. ये 2020 की हांगकांग की तस्वीर है.
कैसे पता की सच्चाई?
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फोटो “साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट” की 28 जनवरी, 2020 की एक खबर में मिली. इसमें बताया गया है कि ये फोटो हांगकांग के वेस्ट कॉव्लून स्थित किंग जॉर्ज V मेमोरियल पार्क की है, जहां 27 जनवरी, 2020 को एक टॉयलेट में रखे विस्फोटक से कमोड में आग लग गई थी. हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था.
उस समय हांगकांग में और भी जगहों से विस्फोटक बरामद हुए थे. एक अस्पताल में विस्फोटक फट भी गया था. इस दौरान हांगकांग में सरकार विरोधी प्रदर्शन चल रहा था. प्रर्दशनकारी, सरकार पर कोरोना महामारी के चलते चीन की सीमा बंद करने का दबाव बना रहे थे.
विस्फोटक पाए जाने के इस मामले के तार इसी विरोध प्रदर्शन से जोड़े गए थे. इस मामले के बारे में और भी कई खबरें छपी थीं. इसके बाद मार्च 2020 में हांगकांग पुलिस ने बम बनाने वाली फैक्ट्री पर रेड मारी थी और 17 लोगों को गिरफ्तार किया था.
साफ है, चार साल से ज्यादा पुरानी हांगकांग की फोटो को लेबनान के धमाकों के संदर्भ में पेश किया जा रहा है.