सोशल मीडिया पर इस वक्त AIMIM नेता और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो काफी चर्चा में है. वो इसलिए क्योंकि वीडियो में ओवैसी किसी मंदिर में हनुमान जी की आरती उतारते दिख रहे हैं. उनके साथ में पुजारी और चारों तरफ कुछ अन्य लोग भी खड़े दिख रहे हैं.
वीडियो को सही मानकर लोग लिख रहे हैं कि “जो ओवैसी से हनुमान चालीसा पढ़वा दे वो है मोदी”. इस कैप्शन के साथ वीडियो को फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स पर कई लोग शेयर कर चुके हैं.
लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये कोई असली वीडियो नहीं है. इसे AI से बनाया गया है.
कैसे पता की सच्चाई?
सबसे पहली बात तो ये कि ये वीडियो हमें सिर्फ सोशल मीडिया पर मिला. हमें इसे लेकर छपी कोई खबर नहीं मिली. अगर औवेसी ने वाकई सार्वजनिक तौर पर मंदिर में आरती की होती तो इसपर खबरें जरूर छपतीं.
इसके अलावा वीडियो में भी ऐसे कुछ क्लू हैं जिनसे समझ आता है कि ये असली नहीं है. मिसाल के तौर पर इसमें हनुमान मंदिर की जगह ‘हननुमान मीदर’ लिखा दिख रहा है. साथ ही इसमें दिख रहे लोगों के चेहरे के हावभाव भी बिल्कुल नहीं बदल रहे हैं.

वीडियो में गूगल के AI मॉडल ‘Gemini’ का लोगो भी नजर आ रहा है. ये लोगो तभी दिखता है जब कोई वीडियो या तस्वीर Gemini से बनाई जाती है.
Gemini चैटबॉट ने भी इस बात की पुष्टि की कि ये वीडियो गूगल AI की मदद से बनाया गया है.

इस तरह ये साबित हो जाता है कि AI वीडियो के जरिए भ्रामक दावा किया जा रहा है कि औवेसी ने हनुमान जी की आरती की.