Agenda AajTak 2025: राजधानी दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित 'एजेंडा आजतक' के एक सत्र में नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू पहुंचे. सत्र 'फ्लाइट की फाइट' में उड्डयन मंत्री ने इंडिगो क्राइसिस पर खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि फ्लाइट्स के कैंसिल होने के पीछे एयरलाइन का मिसमैनेजमेंट है. उड्डयन मंत्री ने भरोसा दिलाया कि यात्रियों के सामने भविष्य में ऐसी कोई स्थिति नहीं आएगी.
इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा के दौरान कुछ हल्के-फुल्के क्षण भी देखने को मिले. मंत्री से सवाल किया गया कि उनकी रातों की नींद इंडिगो संकट की वजह से ज्यादा उड़ी हुई है या फिर उनके नवजात बच्चे की वजह से.
इसी साल अगस्त में राममोहन नायडू के घर बेटे ने जन्म लिया है. सत्र के संचालक इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने इसी संबंध में उड्डयन मंत्री ने पूछा, 'मैंने सुना कि आप पिता बन गए हैं... बहुत बधाई! आपके रातों की नींद आपके नवजात बच्चे की वजह से ज्यादा उड़ी हुई है या फिर इंडिगो संकट ने आपकी नींदें उड़ा रखी हैं?'
मंत्री ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, 'बेबी की वजह से तो नहीं... मेरी पत्नी उनका बहुत अच्छे से ख्याल रख रही हैं और वो मंत्रालय का काम सही से करने में मेरी पूरी मदद कर रही हैं. पिछले सात दिन मेरे लिए काफी मुश्किल रहे हैं... लेकिन मुझे नहीं लगता कि इतनी मुश्किल स्थिति में मेरी नींद इतनी जरूरी है. मेरा फोकस यात्रियों पर रहा है, संकट से उबरने का रहा है.'
एजेंडा आजतक में इंडिगो क्राइसिस पर बोलते हुए राममोहन नायडू ने कहा, 'क्या आप चाहते हैं कि हम रोज इंडिगो के अंदरूनी कामकाज की निगरानी करें कि वो कैसे ऑपरेशन चला रहे हैं? एक नियामक (रेगुलेटर) होने के नाते हमारी जिम्मेदारी सुरक्षा की देखभाल करना है. इंडिगो का काम क्या है यहां? हम रेगुलेटर हैं. हम सुरक्षा मानक तय करते हैं ताकि पायलटों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए, उनकी थकान का ध्यान रखा जाए.'
इंडिगो ने नियमों की अनदेखी की जिससे उड़ान संकट पैदा हुआ. इसके बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'हम FDTL (Flight Duty Time Limitations) नियम क्यों लाए? क्योंकि हमें सुरक्षा की परवाह है. हमें क्रू की सुरक्षा की परवाह है. हमें यात्रियों की सुरक्षा की परवाह है. यही हमारा उद्देश्य है. और जब हमने तय किया कि हमें ये नियम लागू करने हैं, तो यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हितधारकों से बात करें. सभी एयरलाइंस इसे मान रही हैं...सब पालन कर रहे हैं. इंडिगो ने भी कहा था कि वे इसका पालन कर रहे हैं और उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.'
सत्र के संचालक इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने सवाल किया कि जब अचानक से इंडिगो की 1,600 फ्लाइट्स कैंसिल हुई तो क्या उन्हें हैरानी हुई? उन्होंने पूछा, 'क्या इंडिगो ने भारत सरकार और मंत्रालय को धोखे में रखा?'
जवाब में उड्डयन मंत्री ने कहा, 'मुझे इसका जवाब देने में थोड़ा समय लगेगा. क्या सरकार को धोखा दिया गया है- यह एक ऐसा सवाल है जिसका उत्तर मैं अभी ढूंढ ही रहा हूं क्योंकि यह मामला सरकार और एयरलाइन के बीच की लड़ाई नहीं है. यह मेरे और इंडिगो के बीच की लड़ाई नहीं है. इसमें लोग शामिल हैं- वो लोग जो इन एयरलाइंस पर निर्भर हैं, जो देश में एक जगह से दूसरी जगह यात्रा करना चाहते हैं. उनकी देखभाल करना भी मेरी जिम्मेदारी है. ऑपरेशंस को सामान्य करना, स्थिरता बनाए रखना, यह सब मेरा कर्तव्य है.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं इंडिगो पर जांच कर रहा हूं कि यह सब कैसे हुआ. और आपने जो सवाल पूछा, यह वाकई चौंकाने वाला है कि अचानक एक दिन में यह स्थिति पैदा हो गई, जबकि दो दिन पहले वे FDTL पर DGCA से मिले थे और उन्होंने (Indigo ने) इस मुद्दे का कोई जिक्र तक नहीं किया.'
उनकी इस टिप्पणी पर राजदीप सरदेसाई ने फिर से सवाल किया, 'तो क्या ये सब जानबूझकर किया गया? इंडिगो को या तो लगा कि मंत्रालय कुछ करने नहीं वाली और सबकुछ ऐसे ही चलता रहेगा? या फिर... मैं फिर से पूछता हूं कि क्या आपको इंडिगो ने धोखा दिया?'
उड्डयन मंत्री ने जवाब दिया, 'इसका उत्तर हम लिखने की प्रक्रिया में ही हैं. हम जरूर इसका समाधान देंगे और ऐसा समाधान देंगे कि आप या फिर देश में कोई और ये सवाल ही नहीं पूछेगा कि मंत्रालय को धोखा दे दिया किसी ने. ऐसा दोबारा कभी नहीं होगा... सभी यात्रियों को गारंटी देता हूं. अगर मैं यह गारंटी नहीं लू तो फिर मैं क्यों हूं यहां. मैं इस देश का एविएशन मंत्री हूं, और मेरी जिम्मेदारी है कि ऐसा दोबारा न हो. और यह क्यों हुआ, यह पता लगाना भी मेरी जिम्मेदारी है. इसलिए हमने इस पूरे मामले पर जांच बिठाई है.'