दिलजीत दोसांझ की लाइफ काफी स्ट्रगल में बीती है. हाल ही में इसके बारे में दिलजीत ने अमिताभ बच्चन के गेम शो 'कौन बनेगा करोड़पति' में बताया. शुरुआती स्ट्रगल से लेकर दिलजीत ने ये भी बताया कि उनके अपने पिता के साथ कैसे रिश्ते रहे. वो लाइफ में इतने शांत स्वभाव के कैसे बने.
11 साल की उम्र में पेरेंट्स से अलग हो गए थे दिलजीत
अमिताभ बच्चन ने दिलजीत से उनके बचपन के बारे में सवाल किया. दिलजीत ने बताया- मेरा बचपन काफी डिसेंट रहा. पढ़ाई में मैं ठीक-ठाक था. पर हां, म्यूजिक का बहुत शौक था. मेरे अंदर म्यूजिक को लेकर एक पैशन था. जब मैं 10-11 साल का था तो मेरे पेरेंट्स ने मुझे नानी-नाना के घर भेज दिया था. उन्होंने मेरे से पूछा नहीं था कि मैं वहां जाकर रहना चाहता हूं या नहीं. मुझे लगा वो पूछेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
जैसे बच्चों से पेरेंट्स पूछ लेते हैं, उन्होंने नहीं पूछा. एक रिश्तेदार ने मेरे पिता से कहा भी कि एक बार बच्चे से पूछ तो लो तो उन्होंने कहा कि बच्चे से पूछकर क्या हो जाएगा. इसको वहां ले जाओ. मुझे बहुत बुरा लगा था. उस समय तो फोन भी नहीं होते थे. तो मैं अपने पेरेंट्स से 3-4 महीने में मिलता था.
शांत स्वभाव के थे दिलजीत के पिता
पिता के बारे में बात करते हुए दिलजीत ने कहा- मेरे पिता सरकारी नौकरी में थे. वो रोडवेज की बसों में टिकट चेक करते थे. वही उनका काम था. काफी शांत स्वभाव के थे वो. उन्होंने बहुत नॉर्मल लाइफ जी है. उनकी बहुत ज्यादा ख्वाहिशें नहीं थीं. बस उनके पास एक साइकिल थी. उन्हें आम खाना बहुत पसंद था. उन्होंने मुझे एक बार कहा था कि बेटा, तुम्हें खाने को रोटी मिलेगी. रहने को घर मिलेगा. बाकी जो जिंदगी में करना चाहे वो खुद से कर सकते हो.
सिंगिंग से की दिलजीत ने करियर की शुरुआत
सिंगिंग करियर पर दिलजीत ने कहा- जब मेरी पहली एल्बम रिलीज हुई तो कोई आया मुझे बुक करने के लिए. उनके घर पर बर्थडे पार्टी थी तो मैंने वहां परफॉर्म किया था. उसके बाद पैसा आने लगा. मुझे अच्छा भी लगा. क्योंकि मेरे पिता की सैलेरी दूसरे या तीसरे दिन खत्म हो जाती थी. फिर उसके बाद जो भी आता, हम उसको कभी खाली हाथ नहीं जाने देते. फिर वो चाहे शादी हो, बर्थडे हो या फिर कोई भी फंक्शन. हम परफॉर्म करते थे. हमने 2000 रुपये में परफॉर्म करना शुरू किया था. बहुत सारे वेडिंग फंक्शन पर गाया है मैंने.