बिहार में विधानसभा चुनाव के मतदान और परिणाम के तारीखों का ऐलान हो चुका है. अब बस मतदान में कुछ ही समय बचा हुआ है. पार्टियां अपने उम्मीदवारों की घोषणा करना शुरू कर चुकी है. NDA भी शीट शेयरिंग फॉर्मूले को अंतिर रूप देने में जुटी है. हालांकि, ये इतनी आसानी से पूरा होता नहीं दिख रहा है. क्योंकि NDA में शामिल कई दल सीट बंटवारे को लेकर संतुष्ट नहीं दिख रहे और ज्यादा सीटों की डिमांड कर रहे हैं.
आज (शनिवार) को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक है. इस बैठक से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आजतक से ख़ास बातचीत की है.
आजतक से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, 'फैसला होना है. यहां भी बातें हुई हैं. दिल्ली में भी बातें हुई हैं. अंतिम फैसला तो वहीं न होता है. हम NDA के पार्टनर हैं. NDA के पार्टनर लोग दिल्ली में बैठे हैं. हमारे लोग वहां गए भी हैं. हम भी जा रहे हैं.'
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के सीट शेयरिंग के बयान पर मांझी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'नड्डा अध्यक्ष हैं. वो जो कहेंगे मानना ही पड़ेगा. अध्यक्ष बोल रहे हैं सीट शेयरिंग फ़ाइनल हो गया है तो हो गया होगा. हमको इसे लेकर अभी पता नहीं है. जो सीटें मिलेंगी उसपर लड़ेंगे. हम अनुशासित लोग हैं अनुशासन में रहेंगे.'
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
यह भी पढ़ें: 'हम 2020 से जानते हैं उनका चाल और चरित्र', जीतन राम मांझी ने चिराग पर बोला हमला
खास बात है कि दिल्ली में आज एनडीए की बैठक है. इस बैठक से पहले मांझी का सीट शेयरिंग को लेकर दिया गया ये बयान बेहद अहम है. क्योंकि इससे पहले वह नारजगी जाहिर करते हुए आए हैं.
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) का 2020 में कैसा प्रदर्शन रहा?
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) ने 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में सात सीटों पर चुनाव लड़ा था. जिसमें पार्टी चार सीटें जीतने में सफल रही थी. बिहार के मगध और आसपास के क्षेत्रों में पार्टी की स्थिती मजबूत है.