पत्रकारिता और जनसंचार के लिए अग्रणी संस्थान भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) को यूजीसी की सलाह पर शिक्षा मंत्रालय ने विशिष्ट श्रेणी के तहत एक डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित किया है. यह घोषणा आईआईएमसी नई दिल्ली, जम्मू (जम्मू और कश्मीर), अमरावती (महाराष्ट्र), आइजोल (मिजोरम), कोट्टायम (केरल) और ढेंकनाल (ओडिशा) में स्थित इसके पांचों क्षेत्रीय परिसरों तक लागू होगी.
इस नई स्थिति के साथ अब आईआईएमसी स्टूडेंट्स को डॉक्टरेट डिग्री सहित डिग्री कोर्सेज ऑफर कर सकता है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को जानकारी दी है कि भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) को डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप में मान्यता दी गई है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह आईआईएमसी के लिए एक खास और ऐतिहासिक दिन है जब इस संस्थान को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिल गया है. इस संस्थान का पत्रकारिता, विज्ञापन, जनसंपर्क जैसे मीडिया विषयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का गौरवशाली इतिहास रहा है. विश्वविद्यालय का दर्जा देना एक नई शुरुआत है, क्योंकि अनुसंधान और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के साथ-साथ पाठ्यक्रम में और अधिक कोर्स भी जोड़े जा सकते हैं.
क्या होता है डीम्ड का दर्जा मिलने का अर्थ
डीम्ड यूनिवर्सिटी की स्टेट्स मिलने का ये मतलब है कि अब IIMC से ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और डॉक्टोरल डिग्री ऑफर की जा सकती हैं. इसके साथ ही नये प्रोगाम इंट्रोड्यूस करने हों, नया कोर्स स्ट्रक्चर डिजाइन करना हो, एग्जामिनेशन करवाने हों या किसी और काम का मैनेजमेंट हो, सब कुछ करने के लिए ये एनसीईआरटी स्वतंत्र है. मोटे तौर पर कहें तो ये ऑटोनॉमस मोड में काम कर सकती है.