उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में घोषीपुरवा इलाके में हुई मां-बेटी की सनसनीखेज हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. वारदात के 11 दिन बाद गोरखपुर पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जो पीड़ित परिवार का जान-पहचान वाला था. उनके अक्सर घर आता-जाता था. आरोपी की पहचान रितेश के तौर पर हुई है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि आरोपी 55 साल की विमला को अक्सर आंटी कहकर बुलाता था. परिवार के करीबी की तरह घर में आता-जाता था. इसी भरोसे का फायदा उठाकर उसने लूट की साजिश रची. 24 नवंबर को विमला और उसकी मां शांति देवी की बेरहमी से हत्या कर दी. आरोपी ने पहले दोनों महिलाओं को शराब ऑफर की थी.
दोनों महिलाएं जब नशे में हो गईं, तब उसने हथौड़े से दोनों पर ताबड़तोड़ हमला किया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. इसके बाद वह घर से करीब 4.5 लाख रुपए नकद और एक सोने का ब्रेसलेट लेकर फरार हो गया. पुलिस जांच में सामने आया कि रजत पर लगातार फाइनेंशियल दबाव बढ़ रहा था. उस पर गर्लफ्रेंड पर फिजूलखर्ची का भारी बोझ था.
इन्हीं हालातों ने उसे अपराध की तरफ धकेल दिया. उसके खर्च करने के तरीकों से पुलिस को शक हुआ और जांच की सुई उसी की ओर मुड़ गई. इस ब्लाइंड डबल मर्डर केस को सुलझाने के लिए पुलिस ने करीब 800 CCTV कैमरों के फुटेज खंगाले. इसके साथ ही 200 से ज्यादा मोबाइल नंबरों का एनालिसिस किया गया और इलाके के कई लोगों से पूछताछ हुई.
आखिरकार आरोपी के फोन लोकेशन, फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन और संदिग्ध व्यवहार से उसकी भूमिका साफ हो गई. पूछताछ के दौरान रितेश ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसकी निशानदेही पर पिघला हुआ सोना, लूटा गया कैश, हत्या में इस्तेमाल किया गया हथौड़ा और वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई है.