अगर आपको होम लोन (Home Loan), ऑटो लोन (Auto Loan) या फिर पर्सनल लोन (Personel Loan) लिया है या लेने का प्लान कर रहे हैं, तो फिर आज का दिन आपके लिए खास है, बस एक घंटे के बाद आपको पता चलने वाला है कि लोन का बोझ बढ़ेगा या घटेगा. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक अपने दो दिवसीय एमपीसी बैठक के नतीजों (RBI MPC Results) के बारे में बताएगा और रेपो रेट को लेकर बड़ा ऐलान करेगा. बता दें कि लंबे समय से देश में Repo Rate 6.5% पर स्थिर है.
नौ बार से लगातार स्थिर है रेपो रेट
बुधवार को गवर्नर शक्तिकांत दास के नेतृत्व में हुई आरबीआई की एमपीसी बैठक के नतीजों का ऐलान किया जाएगा. बीते नौ समीक्षा बैठकों में RBI ने लगातार Repo Rate को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा है. इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि रिजर्व बैंक कोई बड़ा फैसला ले सकता है. इसके पीछे के कारणों की बात करें, तो अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देशों ने अपने यहां पर ब्याज दरों में कटौती की है. बता दें कि इससे पहले अगस्त महीने में हुई MPC Meet में भी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला किया था.
Repo Rate आपकी EMI से जुड़ा
RBI की MPC की बैठक हर दो महीने में होती है और इसमें शामिल रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास समेत छह सदस्य महंगाई समेत अन्य मुद्दों और बदलावों (Rule Changes) पर चर्चा करते हैं. यहां बता दें कि रेपो रेट का सीधा कनेक्शन बैंक लोन लेने वाले ग्राहकों से होता है. इसके कम होने से लोन की ईएमआई घट जाती है और इसमें इजाफा होने से ये बढ़ जाती है. दरअसल, रेपो रेट (Repo Rate) वह दर है जिस पर किसी देश का केंद्रीय बैंक धन की किसी भी कमी की स्थिति में वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है. रेपो रेट का उपयोग मौद्रिक अधिकारियों द्वारा इंफ्लेशन को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है.
महंगाई RBI के दायरे में पहुंची
Repo Rate फिलहाल 6.5 फीसदी पर बना हुआ है. इससे पहले जब देश में महंगाई बेकाबू हो गई थी और 7 फीसदी के पार पहुंच गई थी. तब इसे काबू में लाने के लिए RBI ने लगातार रेपो रेट बढ़ाया था. इसमें मई 2022 से फरवरी 2023 तक कई बार बढ़ोतरी की गई थी और ये 2.5 फीसदी बढ़ा था. अब जबकि महंगाई आरबीआई के तय दायरे से भी नीचे आ गई है, तो ऐसे में इसमें कटौती की उम्मीद जागी है. हालांकि, कई एक्सपर्ट्स इस बार भी इसके स्थिर रहने का अनुमान जाहिर कर रहे हैं. ब्लूमबर्ग के एक सर्वे पर गौर करें तो 13 इकोनॉमिस्ट में से महज तीन को रेपो रेट में कटौती की उम्मीद जताई है, जबकि बाकी का अनुमान है कि रेपो दर 6.5 फीसदी पर यथावत रह सकती है.
शेयर बाजार पर भी दिखेगा असर
देश में चुनाव हों या फिर कोई अन्य फाइनेंशियल चेंज, इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिलता है, तो इस बार भी RBI के फैसलों पर बाजार की निगाहें टिकी हुई हैं. इससे पहले बीते कारोबारी दिन जब दो राज्यों हरियाणा (Haryana Election Result 2024) और जम्मू-कश्मीर में चुनावी नतीजों का ऐलान किया गया, तो इसका भी असर बाजार पर साफ दिखा था और उम्मीद से बेहतर रिजल्ट्स के चलते छह कारोबारी दिनों से जारी गिरावट पर मंगलवार को ब्रेक लगा था. Stock Market क्लोज होने पर 584.81 अंक उछलकर 81,634.81 के लेवल पर बंद हुआ था, तो वहीं निफ्टी 217.40 अंक की बढ़त लेकर 25,013.15 के स्तर पर क्लोज हुआ था.