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Rupees Sharp Fall: सिर्फ ये 2 वजह... हर दिन टूट रहा रुपया, आज फिर रिकॉर्ड निचले स्‍तर पर पहुंचा

शुक्रवार को फिर रुपया डॉलर के मुकाबले 24 पैसा गिरकर रिकॉर्ड निचले स्‍तर पर पहुंच गया. डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के 2 बड़ी वजह सामने आई है.

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रिकॉर्ड निचले स्‍तर पर रुपया. (Photo: Reuters)
रिकॉर्ड निचले स्‍तर पर रुपया. (Photo: Reuters)

रुपया में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है. शुक्रवार को भी भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 24 पैसे गिरकर 90.56 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया. हालांकि रुपया में गिरावट के बीच शेयर बाजार में तेजी दिखाई दे रही है. 

गुरुवार को रुपया 38 पैसे गिरकर डॉलर की तुलना में कल निचले स्तर 90.32 पर बंद हुआ था. रुपया  आज अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90.43 पर खुला, फिर गिरकर 90.56 पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से 24 पैसे की गिरावट है. इस बीच, डॉलर इंडेक्‍स, जो डॉलर की मजबूती को मापता है, 0.02 प्रतिशत बढ़कर 98.37 पर कारोबार कर रहा था.

ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.67 प्रतिशत बढ़कर 61.69 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. घरेलू शेयर बाजार की बात करें तो 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 400 अंक बढ़कर 85215 पर और निफ्टी118 अंक बढ़कर 26000 के ऊपर कारोबार कर रहा है. एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 2,020.94 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं. 

क्‍यों हर दिन टूट रहा रुपया? 
एक्‍सपर्ट मान रहे हैं कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता और लगातार विदेशी निवेश की निकासी से रुपया में दबाव बना हुआ है.फॉरेन करेंसी ट्रेडर्स का कहना है कि कीमती धातुओं की वैश्विक कीमतों में उछाल के बीच आयातकों द्वारा डॉलर की आक्रामक खरीद के कारण रुपये में गिरावट आ रही है. 

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भारत-अमेरिका व्यापार समझौता 
भारत और अमेरिका के बीच व्‍यापार समझौता अभी अंतिम चरण में पहुंच चुका है, लेकिन फिर भी कोई ठोस चीजें सामने नहीं आ सकी हैं. अभी तक यह भी कंफर्म नहीं हो पा रहा है कि डील कबतक हो पाएगी, जिस कारण भारतीय रुपया दबाव में है. ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों से लेकर व्‍यापारियों के लिए चिंता बढ़ा दी है, जिस कारण निवेशक सतर्क हैं. 

विदेशी निवेशकों की बिकवाली
भारतीय रुपया में गिरावट का एक प्रमुख कारण रुपये की गिरावट भी है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की ओर से लगातार बिकवाली की जा रही है. विदेशी निवेशकों ने एक दिन पहले गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार से 2,020.94 करोड़ रुपये निकाले हैं. दिसंबर महीने में अब तक वे कुल करीब 2.5 अरब डॉलर (22,500 करोड़ रुपये) की इक्विटी और असेट बेचे जा चुके हैं. यह बिकवाली रुपये पर दबाव बढ़ा रही है. 

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