गोल्डमैन सैक्स ने वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (Paytm) के शेयर पर बड़ा टारगेट दिया है. गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि नियामकीय माहौल धीरे-धीरे बेहतर हो रहा है. विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि पहले पेटीएम के शेयर प्राइस पर इसका बड़ा असर पड़ा था.
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि इससे Paytm के पेमेंट मार्केट में हिस्सेदारी में सुधार के शुरुआती संकेत, बेहतर इनकम संभावना और प्रोडक्ट्स (पोस्टपेड और वॉलेट ) के फिर लॉन्च में मदद मिलेगी, जिससे पेटीएम को निकट भविष्य में 20 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि बनाए रखने में मदद मिलेगी. ब्रोकरेज ने शेयर को 'न्यूट्रल' से अपग्रेड करके 'खरीदें' रेटिंग दी है.
गोल्डमैन सैक्स ने दिया टारगेट
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि हालांकि स्टॉक में साल-दर-साल 26 प्रतिशत की तेजी हुई है, फिर भी हमें इसमें और तेजी की गुंजाइश दिख रही है. हमारा संशोधित 12 महीने का टारगेट प्राइस 1,570 रुपये (पहले 705 रुपये था) 21 प्रतिशत की तेजी दिखाता है. आगे की ओर यह 1,870 रुपये और 2,320 रुपये तक जा सकता है. यह अभी के मौजूदा प्राइस से क्रमश: 45% और 79% की ग्रोथ है.
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हम पेटीएम के लिए रिस्क अर्निंग में असमानता देख रहे हैं, जिसमें 45 प्रतिशत से 79 प्रतिशत की ग्रोथ, जबकि मंदी की स्थिति में 28 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है. पेटीएम हमारे भारत इंटरनेट कवरेज के सेंटर पॉइंट पर FY27E EV/Ebitda के 52 गुना और EPS के 64 गुना पर कारोबार कर रहा है. पेटीएम गोल्डमैन के कवरेज के निचले सिरे पर कारोबार कर रहा है.
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि इसके अलावा, भुगतान शुल्कों के संबंध में किसी भी सकारात्मक बदलाव या बाजार हिस्सेदारी में आगे सुधार से अगले 1-2 सालों में जोखिम हो सकती हैं, जिसे हम शॉट टर्म में पेटीएम के लिए हमारे आधार मामले में उच्च गुणकों के रूप में दर्शाते हैं.
28 फीसदी गिर भी सकता है
रिपोर्ट में कहा गया है कि मंदी की स्थिति में, जहां हम प्रतिस्पर्धा में वृद्धि और एमटीयू में अपेक्षा से धीमी रिकवरी और कंजम्प्शन डेट और सर्विस सेक्टर में लंबे समय तक कमजोरी के कारण कम भुगतान बाजार हिस्सेदारी मानते हैं. हम वर्तमान स्तर (930 रुपये प्रति शेयर) से 28 प्रतिशत की गिरावट देखते हैं.
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि पेटीएम का कॉस्ट कंट्रोल एक बड़ा पॉजिटिव फैक्टर है, और उच्च-मार्जिन वाले वित्तीय सेवा क्षेत्र में अपनी बढ़ती हिस्सेदारी की उम्मीद को देखते हुए, उसने अगले 3-4 वर्षों में पेटीएम के एबिटा मार्जिन के दोगुने से अधिक होने का अनुमान लगाया है. उसके ब्लू-स्काई नजरिए में यूपीआई पर संभावित एमडीआर शामिल है. ब्लू-स्काई नजरिए में उसे उम्मीद है कि पेटीएम दो सालों में यूपीआई बाजार हिस्सेदारी के अपने पिछले टॉप पर पहुंच जाएगा, जबकि उसके आधार मामले में केवल मामूली सुधार होगा.
(नोट- यहां बताया गया टारगेट ब्रोकरेज फर्म के अपने विचार हैं.aajtak.in इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है. किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)