बिहार की राजधानी पटना में BPSC अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है. री एग्जाम की मांग को लेकर लेफ्ट के छात्र संगठनों ने बुधवार को मशाल जुलूस निकाला. अखिल भारतीय विद्यार्थी संघ (AISA) और क्रांतिकारी युवा संघ (RYA) के छात्र मार्च में शामिल रहे. गुरुवार को लेफ्ट के साथ साथ अन्य विपक्षी दलों के छात्र संगठनों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का ऐलान किया है. प्रशांत किशोर ने भी ऐलान किया था कि अगर BPSC री एग्जाम का फैसला सरकार नहीं करती है तो वे 2 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे. हालांकि अबतक PK के धरने को लेकर कोई शेड्यूल सामने नहीं आया है.
दरअसल, बिहार छात्र आंदोलन आज अपने 15वें दिन में प्रवेश कर चुका है. छात्रों का आरोप है कि सरकार एक साधारण परीक्षा का आयोजन भी सही तरीके से नहीं कर पाई. बीपीएससी परीक्षा में हुई खामियों के खिलाफ छात्र संगठन लगातार आवाज उठा रहे हैं. पटना की सड़कों पर आज मशाल जुलूस निकालकर छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
मंगलवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कई परीक्षा केंद्रों पर गड़बड़ी हुई है. गड़बड़ी का सबूत परीक्षा खत्म होने के बाद रात आठ बजे ईओयू के पास भेजा गया था, लेकिन इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. छात्रों का यह भी कहना है कि कुछ स्थानों पर उनसे पहचान पत्र मांगा गया, जिससे उन्हें परेशान किया जा सके.
क्या है छात्रों की मांग?
बापू सेंटर की परीक्षा को रद्द करके बस वहीं की परीक्षा फिर से ली गई और पेपर भी आसान आया. इस स्थिति में, छात्रों का मानना है कि रिजल्ट उस परीक्षा के आधार पर होगा जो न्यायसंगत नहीं है. यह अन्य छात्रों के साथ अन्याय होगा. इसलिए, छात्र पूरी परीक्षा को रद्द कर एक समान और निष्पक्ष परीक्षा की मांग कर रहे हैं.