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विविध

roman calendar

कभी साल में थे 445 दिन, अचानक गायब कर दिए गए 10 दिन, अब 365... जानें कैलेंडर का इतिहास

31 दिसंबर 2025

आज जो कैलेंडर हम देख रहे हैं वह बहुत सुधारों और बदलावों के बाद हमारे सामने है. कैलेंडर में महीनों के बंटवारे, दिनों की निर्धारित संख्या और यहां तक कि इसे पृथ्वी की सूर्य के चारों ओर की परिक्रमा गति से भी मिलाने की कोशिश की गई है. आज हमारा एक साल 365 दिन का है, लेकिन एक दौर ऐसा भी रहा है, जब एक साल में बढ़ते-बढते 445 दिन भी हो गए थे.

roman calendar

जनवरी-फरवरी थे ही नहीं, मार्च-अप्रैल भी हैं बदले हुए नाम... कैसा रहा महीनों का इतिहास

31 दिसंबर 2025

प्राचीन रोमन कैलेंडर में महीनों के नाम देवताओं और गिनतियों पर आधारित थे. जनवरी और फरवरी पहले महीनों के रूप में नहीं थे, बल्कि मार्च से वर्ष शुरू होता था. प्रत्येक महीने का नाम रोमन देवताओं या उनके क्रम के अनुसार रखा गया था.

Roman calendar

आत्मा की शुद्धि, पूर्वजों की याद और बेनाम समय... रोमन कैलेंडर में कहां से आया फरवरी

29 दिसंबर 2025

फरवरी महीना रोमन कैलेंडर में कभी साल का आखिरी महीना हुआ करता था, जिसका नाम धार्मिक शुद्धि और मृतकों की यादगार से जुड़ा था. इस महीने का नाम 'फेब्रुअम' से आया, जिसका अर्थ है शुद्धि का साधन. रोमन राजा नूमा पोम्पिलियस ने साल को दस से बारह महीनों में बांटा, जिससे जनवरी और फरवरी नए महीने बने.

 Queen Heo Hwang-ok

श्रीराम की नगरी में विदेशी रानी की प्रतिमा... अयोध्या में कोरियन पार्क बनने की वजह क्या

29 दिसंबर 2025

अयोध्या में बीते हफ्ते दक्षिण कोरियाई रानी हेओ ह्वांग-ओक की 10 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया गया, जो भारत और कोरिया के 2000 साल पुराने सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है. रानी हेओ ह्वांग-ओक कोरियाई इतिहास में अयोध्या की राजकुमारी सुरिरत्ना के रूप में जाना जाता है.

Roman Calander

सर्दियों का मौसम नहीं था शामिल... कितना अलग था शुरुआती रोमन कैलेंडर

29 दिसंबर 2025

प्राचीन रोम में राजा रोमुलस द्वारा बनाया गया 10 महीने वाला कैलेंडर 304 दिनों का था, जिसमें सर्दियों के 61 दिन शामिल नहीं थे. नूमा पोंपिलियस ने इसे सुधारते हुए जनवरी और फरवरी महीने जोड़े, जिससे कैलेंडर 12 महीनों और लगभग 355 दिनों का हो गया.

Dhaka, Bangladesh

हिंसा में जलते ढाका का सनातनी कनेक्शन... सदियों पुरानी परंपरा और शक्तिपीठ से जुड़ाव

27 दिसंबर 2025

ढाकेश्वरी मंदिर बांग्लादेश की राजधानी ढाका का एक प्राचीन धार्मिक स्थल है, जो देवी दुर्गा के एक स्वरूप पर आधारित है और शहर का नाम इसी मंदिर से जुड़ा है. यह मंदिर शाक्त पीठ माना जाता है और इसका निर्माण 12वीं शताब्दी में सेन वंश के राजा बल्लाल सेन ने कराया था.

New Year 2026 January Story

जनवरी कैसे बना साल का पहला महीना... दो चेहरे वाले देवता और कैलेंडर की कहानी

26 दिसंबर 2025

जनवरी महीने की उत्पत्ति प्राचीन रोमन मिथकों से जुड़ी है, जिसमें देवता जानूस को नए साल की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. रोमन राजा नूमा पोंपिलियस ने 713 ईसा पूर्व में जनवरी को वर्ष का पहला महीना घोषित किया था.

Roman Calendar history

कैलेंडर शब्द कहां से आया? प्राचीन रोमन परंपराओं से क्या है कनेक्शन

26 दिसंबर 2025

रोमन काल गणना में महीने का पहला दिन 'कैलेंडे' कहलाता था और यहीं से निकला है कैलेंडर शब्द. हालांकि कैंलेंड से कैलेंडर की शब्द यात्रा काफी लंबी रही है. इस बीच काल गणना और वर्ष के दिनों की गिनती कई सुधारों से होकर गुजरी है.

क्रिसमस के त्योहार का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है.

ईसा को मानने वाले ब्रिटेन-अमेरिका ने ही क्रिसमस पर लगा दी थी रोक

25 दिसंबर 2025

क्रिसमस का त्योहार आज पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन 17वीं सदी में ब्रिटेन और अमेरिका में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था. उस समय के प्रोटेस्टेंट शासकों ने इसे गैर-धार्मिक और अनैतिक माना था.

Christmas Tree: 25 दिसंबर को क्यों सजता है ये खास ट्री?

24 दिसंबर 2025

Christmas Tree की परंपरा बाइबिल से नहीं बल्कि यूरोपीय लोककथाओं और संस्कृति से जुड़ी है. जानिए 25 December को Christmas Tree सजाने का इतिहास और मतलब.

Christmas Tree

बाइबिल में जिक्र नहीं... जानें फिर क्रिसमस ट्री कैसे बना 25 दिसंबर का हिस्सा?

24 दिसंबर 2025

क्रिसमस ट्री की परंपरा यूरोप से शुरू होकर भारतीय गली-मोहल्लों तक पहुंची है. यह पेड़ न केवल धार्मिक प्रतीक है बल्कि सांस्कृतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक महत्व भी रखता है. इसकी सजावट में विभिन्न प्रतीक शामिल हैं जो खुशी, समृद्धि और सकारात्मकता दर्शाते हैं.

 Christmas star

उस तारे की कहानी, जो क्रिसमस ट्री पर सबसे ऊपर चमकता है

24 दिसंबर 2025

क्रिसमस स्टार, जिसे स्टार ऑफ बेथलहम भी कहा जाता है, ईसा मसीह के जन्म की बाइबिल कथा से जुड़ा एक महत्वपूर्ण प्रतीक है. यह सितारा ज्योतिषियों को नवजात यीशु तक पहुंचाने का मार्गदर्शन करता है. इतिहास और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसके कई संभावित कारण बताए गए हैं, लेकिन यह धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से आशा, मार्गदर्शन और नई शुरुआत का प्रतीक बना हुआ है.

Bangladesh Jasoreshwari Shaktipeeth

जल रहे बांग्लादेश में ये 7 शक्तिपीठ... जसोरेश्वरी, भवानी, जयंती जानिए किसका क्या इतिहास

23 दिसंबर 2025

बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और सांस्कृतिक ह्रास के बीच प्राचीन हिंदू शक्तिपीठों को गंभीर खतरा है. जेसोरेश्वरी, सुगंधा, भवानी, जयंती, महालक्ष्मी, अपर्णा और स्रवानी शक्तिपीठ जैसे पवित्र स्थल यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के महत्वपूर्ण अंग हैं.

An employee arranges the vandalised office of the Chhayanaut

अफसोस! बांग्लादेश में खाक हो गया 'छायानट'... चरमपंथ की आग में जली बंगाली चेतना

22 दिसंबर 2025

बांग्लादेश की प्रमुख सांस्कृतिक संस्था छायानट पर 18 दिसंबर 2025 को धानमंडी में हमला हुआ, जिसमें इसका भवन आग के हवाले कर दिया गया. यह संस्था 1961 से बंगाली संस्कृति, संगीत और कला के संरक्षण का प्रतीक रही है.

Banke Bihari Mandir

एक विग्रह दो स्वरूप... बांके बिहारी के शृंगार में क्यों एक साथ नजर आते हैं श्रीकृष्ण और राधा

19 दिसंबर 2025

बांके बिहारी मंदिर की स्थापना स्वामी हरिदास ने की थी, जिन्होंने राधा-कृष्ण की युगल छवि को भक्ति और संगीत के माध्यम से प्रकट किया. इस मंदिर की विशेषता है कि भगवान कृष्ण और राधा की छवि एक ही विग्रह में समाहित है, जो अद्वैत और शैव परंपरा के सिद्धांतों का उदाहरण है.

Veteran sculptor Ram Sutar passes away

गांधी में 'महात्मा' और पटेल में 'लौहपुरुष' गढ़ने वाले शिल्पकार... नहीं रहे राम सुतार!

18 दिसंबर 2025

चंबल को माता का रूप देने वाले, महात्मा गांधी की स्मृति को प्रतिमा में ढालने वाले और ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ से भारत की पहचान ऊंची करने वाले शतायु शिल्पकार राम वी सुतार, जिन्होंने 100 वर्ष की उम्र तक पत्थर, मिट्टी और धातु से संवाद नहीं छोड़ा. अब उनकी यादें स्मारकों में जीवंत रहेंगी.

PM Narendra Modi in Oman

मंगलौर से मस्कट जाता था चावल... भारत–ओमान की ऐतिहासिक विरासत

18 दिसंबर 2025

प्रधानमंत्री मोदी ने मस्कट में भारत और ओमान के बीच सदियों पुराने व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को याद करते हुए कहा कि ये संबंध केवल भौगोलिक नहीं बल्कि पीढ़ियों से जुड़े हैं. उन्होंने अरब सागर को एक मजबूत पुल बताया जो दोनों देशों की दोस्ती और साझेदारी को सशक्त बनाता है.

PM Modi with his Ethiopian Counter Part Abiy Ahmed Ali

अपने वीर राजाओं को 'हिंदू राजन' क्यों कहता है इथियोपिया! 500 साल पुरानी है कहानी

17 दिसंबर 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इथियोपिया की संसद को संबोधित करते हुए दोनों देशों के प्राचीन सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और व्यापारिक संबंधों पर प्रकाश डाला. उन्होंने इथियोपिया को 'शेरों की धरती' कहा और गुजरात से अपने व्यक्तिगत संबंधों का उल्लेख किया.

बांकेबिहारी का विग्रह कैसे हुआ था प्रकट? इस मंदिर की क्या है मान्यता

17 दिसंबर 2025

मथुरा स्थित बांके बिहारी मंदिर में दर्शन समय बढ़ाने और देहरी पूजन की परंपरा को लेकर विवाद जारी है. मंदिर में बढ़ती भीड़ और कुप्रबंधन के कारण 600 साल पुरानी भक्ति परंपरा प्रभावित हो रही है.

Poster Exhibition

पोस्टर्स में सजा पर्यटन का सफरनामा... हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूजियम में देखें कितना बदला टूरिज्म सेक्टर

16 दिसंबर 2025

हेरिटेज ट्रांसपोर्ट म्यूज़ियम ने अपनी 12वीं वर्षगांठ पर 'पोस्टर्स दैट मूव्ड इंडिया' नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया है, जिसमें 1930 से 1970 के बीच के दुर्लभ यात्रा और परिवहन पोस्टर्स प्रदर्शित किए गए हैं. यह प्रदर्शनी रेलवे, विमानन, समुद्री और पर्यटन से जुड़े ऐतिहासिक पोस्टर्स का संग्रह प्रस्तुत करती है, जो उस दौर की यात्रा संस्कृति और दृश्य कला को दर्शाती है.

Pal Pal Dil ke pass

'पल-पल दिल के पास’ में सुरों से सजी शाम, बॉलीवुड के ही-मैन को याद कर भर आई आंखें

12 दिसंबर 2025

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की याद में नई दिल्ली के त्रिवेणी कला संगम में 'पल-पल दिल के पास तुम रहते हो' नामक संगीतमय श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उनके लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति हुई, जिसमें दर्शक भावुक हो उठे.

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