फ्रांस समेत पूरे यूरोप में जिस तरह से मुस्लिम शरणार्थी अरब और यूरोप से पहुंचे. उसके बाद कई जानकारों ने ये दावा किया कि दुनिया में कट्टरपंथ का अगला बड़ा अड्डा यूरोप होगा. फ्रांस में जारी हिंसा के पीछे अरब देशों से पलायन कर आए लोगों का हाथ बताया जा रहा है. दूसरी तरफ राष्ट्रपति मैक्रों पर भी सवाल उठ रहे हैं जो जलते पेरिस के बीच एक म्यूजिक कंसर्ट में नजर आए.