बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर लगातार हमले और हिंसा की घटनाओं ने भारत और नेपाल में गहरा आक्रोश फैला दिया है. हिन्दू संगठनों और जनता ने विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन किए और बांग्लादेश की सरकार और उसके अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाई. ढाका में हिंदू युवक दीपू दास की निर्मम हत्या और बाद में उनके शव को आग लगाने की घटना ने सबका दिल डगमगा दिया है. भारत के जमशेदपुर, दिल्ली, असम, त्रिपुरा और नेपाल के अलग-अलग जिलों में भी इस मामले को लेकर व्यापक विरोध दर्ज किया गया. नेपाल की सरकार से भी बांग्लादेशी दूतावास को हटाने और उनके डिप्लोमेट्स को देश से निकालने की मांग की गई है. यह स्थिति बांग्लादेश की सरकार और समाज में अल्पसंख्यकों के प्रति बढ़ती नफरत और हिंसा की चिंता को दर्शाती है.