ट्रंप से डिबेट में 'पिटे' बाइडेन तो होने लगी राष्ट्रपति पद की रेस से हटाने की मांग, अब डेमोक्रेट्स लेंगे फैसला!

जो बाइडेन और ट्रंप के बीच हुई लाइव डिबेट के बाद न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने एडिटोरियल में कहा था कि अपने देश की सेवा करने के लिए राष्ट्रपति बाइडेन को इस रेस से हट जाना चाहिए. इसके बाद एक वर्ग बाइडेन से रेस से हटने की मांग कर रहा है. लेकिन बाइडेन और उनकी प्रचार समिति ने दो टूक कह दिया है कि वह हार मानने को तैयार नहीं हैं और इस रेस से पीछे नहीं हटेंगे.

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 2:14 PM IST

अमेरिका में इस साल पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव से पहले रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों ओर से पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच पहली लाइव डिबेट हुई. लेकिन इस डिबेट में बाइडेन पर ट्रंप भारी पड़ते नजर आए. ऐसे में राजनीतिक गलियारों से लेकर मीडिया और आम जनता के बीच ऐसी अटकलें हैं कि बाइडेन को इस रेस से हट जाना चाहिए.

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दरअसल इस डिबेट के बाद न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने एडिटोरियल में कहा था कि अपने देश की सेवा करने के लिए राष्ट्रपति बाइडेन को इस रेस से हट जाना चाहिए. इसके बाद एक वर्ग बाइडेन से रेस से हटने की मांग कर रहा है. लेकिन बाइडेन और उनकी प्रचार समिति ने दो टूक कह दिया है कि वह हार मानने को तैयार नहीं हैं और इस रेस से पीछे नहीं हटेंगे.

बाइडेन के राष्ट्रपति रेस से हटने की क्यों उठी मांग

दरअसल बीते हफ्ते डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच पहले लाइव टीवी डिबेट हुई थी. इस डिबेट में बाइडेन का प्रदर्शन खासा खराब रहा. वह डिबेट के बीच में कई बार फ्रीज हो गए. कई बार उनकी जबान लड़खड़ाती नजर आई. ट्रंप के आरोपों को वह सही तरीके से काउंटर भी नहीं कर पाए. इसके बाद से दबी जुबान में ऐसी चर्चा रही कि बाइडेन मौजूदा हालत में ट्रंप को हरा नहीं पाएंगे. 

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डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर बाइडेन के हटने की संभावनाओं को खारिज किया. इसके बजाए पार्टी ने ट्रंप के साथ सितंबर में होने वाली दूसरी लाइव डिबेट की तैयारियों पर फोकस करने को कहा है. 

न्यूयॉर्क टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बाइडेन का परिवार उन्हें इस रेस में बने रहने पर जोर दे रहा है. अटलांटा जर्नल कॉन्स्टिट्यूशन ने बीते रविवार को अपने संपादकीय में कहा कि अब राष्ट्रपति बाइडेन के लिए राजनीति से रिटायर हो जाना जरूरी है.

डेमोक्रेटिक नेताओं ने क्या कहा?

राष्ट्रपति की रेस से बाइडेन के हट जाने की चर्चाओं के बीच जॉर्जिया के डेमोक्रेटिक सीनेटर राफेल वॉर्नोक ने कहा कि इसका सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि कई बार डिबेट में आपका प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहता. खराब डिबेट भी होती है. मैं जो बाइडेन के साथ हूं. हमारी कोशिश है कि वह इस रेस को पूरा करें. 

प्रतिनिधि सभा के नेता हकीम जेफ्रीज ने कहा कि बाइडेन को झटका लगा है लेकिन इसी से उनका कमबैक होगा. इस तरह ये पल उनके कमबैक का है. 

डेलावेयर से डेमोक्रेट सीनेटर क्रिस कून्स ने एबीसी को बताया कि ट्रंप को हराने के लिए बाइडेन का इस रेस में बने रहना जरूरी है. मुझे लगता है कि वह इकलौते डेमोक्रेट हैं, जो ट्रंप को हरा सकते हैं.

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ट्रंप और बाइडेन की लाइव डिबेट में क्या-क्या हुआ?

बीते हफ्ते डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और रिपब्लिकन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट (Presidential Debate) हुई थी. अटलांटा में हुई 90 मिनट की इस डिबेट को CNN ने आयोजित कराया था. 

इस डिबेट में इजरायल-हमास जंग से लेकर, रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन से अमेरिका के संबंधों, अबॉर्शन, गन वायलेंस, टैक्स, महंगाई, बेरोजगारी, क्लाइमेट चेंज और अवैध प्रवासियों जैसे मुद्दों पर तीखी बहस हुई.

इस डिबेट की शुरुआत अमेरिका में बढ़ रही महंगाई के मुद्दे से हुई थी. बाइडेन ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि ट्रंप के राष्ट्रपति पद से हटने के बाद उन्हें ऐसी अर्थव्यवस्था मिली, जो खस्ताहाल थी. बाइडेन ने कहा कि उन्होंने बड़े पैमाने पर रोजगारों का सृजन किया और बढ़ती दवाइयों की कीमतों पर लगाम लगाई. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि बाइडेन सरकार में अमेरिका में बड़ी तादाद में अवैध प्रवासी पहुंचे है.

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