फिलिस्तीन समर्थित हमास के खिलाफ युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की दोस्ती में दरार सामने आई है. ये बात खुद बाइडेन ने सोमवार को स्वीकार की. उन्होंने नेतन्याहू के साथ अपने जटिल संबंधों की ओर इशारा किया और कहा, पीएम एक 'मुश्किल स्थिति' में हैं और दोनों के बीच वर्षों से और वर्तमान में मतभेद हैं.
बाइडेन यहां यहूदी हनुक्का उत्सव के लिए व्हाइट हाउस के एक स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने नेतन्याहू के साथ अपने दशकों पुराने संबंधों को भी याद किया. उन्होंने नेतन्याहू का उपनाम लेते हुए कहा, मेरा आपके प्रति स्नेह है. लेकिन मैं तुम्हारी एक बड़ी बात से सहमत नहीं हूं जो तुम्हें कहना पड़ी.
'मुश्किल स्थिति में है इजरायल'
रॉयटर्स के मुताबिक, बाइडेन ने आगे कहा, आज भी लगभग वैसा ही है. इजरायल एक 'मुश्किल स्थिति' में है और 'कुछ इजरायली नेतृत्व के साथ मेरे मतभेद हैं.' उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया कि दोनों के बीच क्या मतभेद हैं. हालांकि हाल के हफ्तों में उन्होंने हमास के खिलाफ मौजूदा युद्ध और फिलिस्तीनियों के साथ व्यवहार जैसे मुद्दों को उठाया है और आपत्ति जताई है.
'इजरायल की सुरक्षा के प्रति मेरी प्रतिबद्धता अटल'
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में छुट्टियां मना रहे यहूदी लोगों से कहा कि इजरायली नेतृत्व के साथ मतभेदों को छोड़कर 'स्वतंत्र यहूदी राज्य' और इजरायल की सुरक्षा के प्रति मेरी प्रतिबद्धता अटल है. उन्होंने आगे कहा- दोस्तों, अगर इजराइल नहीं होता तो दुनिया में कोई भी यहूदी सुरक्षित नहीं होता. उन्होंने कहा, जब तक हमास को बाहर नहीं कर दिया जाता, तब तक इजराइल को सहायता जारी रहेगी, लेकिन चेतावनी दी कि इजराइल की सुरक्षा के लिए जनता की राय गंभीर तरीकों से बदल सकती है.
'हमें सावधान रहने की जरूरत'
बाइडेन ने कहा, हमें सावधान रहना होगा. उन्हें सावधान रहना होगा. पूरी दुनिया की जनमत रातों-रात बदल सकती है. हम ऐसा नहीं होने दे सकते. बाइडेन ने कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका गाजा में अभी भी बंधकों को मुक्त कराने, फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता में तेजी लाने और नागरिक जीवन की रक्षा करने की जरूरत पर काम करना जारी रखेगा. उन्होंने कहा, यहूदी समुदाय के प्रति मैं जो गर्मजोशी और जुड़ाव महसूस करता हूं- वह निर्विवाद है.
'बाइडेन ने हमास के खिलाफ समर्थन दिया था'
इजरायली आंकड़ों के अनुसार, हमास ने 7 अक्टूबर के सीमा पार कर इजरायल पर हमला किया था. इसके जवाब में इजरायल ने पलटवार किया था और अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी इजरायल को समर्थन दिया था. हालांकि, बाइडेन के समर्थन का अमेरिका में कई जगहों पर विरोध देखने को मिला था. हमास के आतंकवादियों ने इजरायल में घुसकर 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 240 को बंधक बना लिया था. अब तक लगभग 100 बंधकों को मुक्त कराया जा चुका है.
'इजरायली कार्रवाई से अमेरिका में नाराजगी?'
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के जवाबी हमले में फिलिस्तीन में 18,205 लोग मारे गए और लगभग 50,000 लोग घायल हो गए. इजरायली कार्रवाई की अमेरिका में तीखी आलोचना हो रही है.
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