यूक्रेन ने रूस के उत्तर-पश्चिमी पोर्ट प्रिमॉर्स्क पर ड्रोन हमला कर दिया, जो वहां का सबसे बड़ा तेल टर्मिनल है. ये पहला मौका है जब इस पोर्ट पर हमला हुआ है. हमले के बाद दो जहाजों में आग लग गई. यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी SBU ने दावा किया कि उसने ड्रोन से पोर्ट को निशाना बनाया, जिससे आग भड़क गई और ऑयल लोडिंग ऑपरेशन रुक गया.
रूसी गवर्नर ने कहा कि एक जहाज और पंपिंग स्टेशन पर आग लगी थी लेकिन ऑपरेशन बंद होने की बात से इनकार किया. हालांकि इंडस्ट्री सूत्रों ने पुष्टि की कि शुक्रवार सुबह लोडिंग बंद करनी पड़ी. हमले में दो टैंकर Kusto और Cai Yun को नुकसान हुआ. दोनों अफ्रामैक्स टैंकर सेशेल्स में रजिस्टर्ड हैं. यह हमला ऐसे वक्त हुआ है जब यूक्रेन रूस की ऊर्जा आपूर्ति पर लगातार वार कर रहा है ताकि कच्चे तेल के एक्सपोर्ट को रोका जा सके.
हाल के महीनों में रूस के दूसरे पोर्ट्स उस्त-लूगा और नोवोरोसिस्क पर भी कई बार हमले हो चुके हैं. गवर्नर एलेक्जेंडर ड्रोजडेंको ने कहा कि आग बुझा दी गई है और तेल रिसाव का कोई खतरा नहीं है. उन्होंने ये भी बताया कि इलाके में रूस की एयर डिफेंस ने 30 से ज्यादा ड्रोन मार गिराए. स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. एक महिला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि रातभर नींद नहीं आई. बच्चा भी सो नहीं पा रहा, धमाके पर जाग जाता है. यह सब जल्द खत्म हो जाए.
प्रिमॉर्स्क पोर्ट सेंट पीटर्सबर्ग के पास फिनलैंड की खाड़ी में स्थित है. ड्रोन हमले के चलते पुलकोवो एयरपोर्ट को कुछ घंटों के लिए बंद करना पड़ा. रूस की सेना का दावा है कि उसने रातभर में 221 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए, जिनमें 9 मॉस्को क्षेत्र के ऊपर गिराए गए.
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