अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने नासा को दिए निर्देश- अमेरिकियों को भी चांद पर भेजो

अपोलो मिशन के दौरान 1960 और 1970 की दशक में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री चांद पर गये थे. 21 जुलाई, 1969 को अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर पहला कदम रखा था.

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नयी अंतरिक्ष नीति पर किए साइन नयी अंतरिक्ष नीति पर किए साइन

अनुग्रह मिश्र

  • वॉशिंगटन,
  • 12 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 11:59 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को स्पेस एजेंसी नासा को निर्देश दिया कि वह कई दशकों में पहली बार अमेरिकी नागरिकों को चांद पर भेजे. राष्ट्रपति का कहना है कि इस कदम से भविष्य में मंगल ग्रह की यात्राओं की तैयारी होगी.

व्हाइट हाउस में नयी अंतरिक्ष नीति निर्देशों पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘इस बार हम वहां सिर्फ अपना झंडा लगाकर अपना निशान नहीं छोड़ेंगे'. उन्होंने कहा, इस कदम से ‘हम मंगल मिशन, और भविष्य में अन्य ग्रहों की यात्रा के लिए नींव रख रहे हैं.’ इससे पहले अपोलो मिशन के दौरान 1960 और 1970 की दशक में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री चांद पर गये थे.

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21 जुलाई, 1969 को अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर पहला कदम रखा था. ट्रंप ने कहा कि हम चांद के अलावा भी अलग जगहों की खोज करनी चाहिए, साथ ही आज हम शपथ लेते हैं कि अंतिम नहीं रहेंगे.

राष्ट्रीय अंतरिक्ष परिषद के प्रमुखों राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेन्स ने चांद पर फिर से अंतरिक्षयान भेजने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने इस संबंध में कुछ खास जानकारी नहीं दी थी.

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