'जो आग से खेलेगा, वो खुद जलेगा', चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को दी खुली चेतावनी

अमेरिका और चीन के बीच हाल ही में ताइवान को लेकर तनाव बढ़ा है. अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी की संभावित ताइवान यात्रा है, जिसे लेकर चीन खासा नाराज देखा जा रहा है. चीन इसे उकसावे की कार्रवाई के तौर पर देख रहा है. बता दें कि ताइवान स्वशासित द्वीप है, जिसे चीन अपना हिस्सा मानता है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग को वीडियो कॉल की थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग को वीडियो कॉल की थी.

aajtak.in

  • वाशिंगटन,
  • 29 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 7:23 AM IST
  • ताइवान को लेकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग नाराज
  • बाइडेन-शी की फोन पर 2 घंटे से ज्यादा बातचीत हुई

ताइवन को लेकर चीन और अमेरिका आमने-सामने आ गए हैं. गुरुवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खुलेआम अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को चेतावनी दी और यहां तक कह दिया कि जो 'जो आग से खेलेगा, वो खुद जलेगा.' इस तरह चीन ने ताइवन को लेकर अपना रुख भी स्पष्ट कर दिया है. बाइडेन ने गुरुवार को चीनी समकक्ष शी जिनपिंग को वीडियो कॉल किया था और दोनों के बीच 2 घंटे 17 मिनट तक बातचीत हुई. 

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इस बातचीत में दोनों नेताओं ने जटिल रिश्तों के भविष्य पर चर्चा की. अमेरिका और चीन के संबंध पहले से ही तनावपूर्ण बने हुए हैं. बाइडन और शी ने आखिरी बार रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के कुछ समय बाद मार्च में बातचीत की थी. बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद शी से पांचवी बार बातचीत हुई है. 

2 घंटे से ज्यादा वीडियो कॉल

व्हाइट हाउस के प्रेस पूल के अनुसार, बाइडेन ने आज चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पारस्परिक हित के मुद्दों के संबंध में चर्चा हुई. इसके साथ कम्युनिकेशन पर भी बातचीत हुई. राष्ट्रपति बाइडेन ने शी जिनपिंग को सुबह करीब 8.33 बजे वीडियो कॉल किया था. 2 घंटे से ज्यादा समय बाद करीब 10:50 बजे बातचीत समाप्त हुई.

बाइडेन के अनुरोध पर शी ने बात की

स्टेट मीडिया आउटलेट ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के अनुरोध पर शी जिनपिंग ने फोन पर बातचीत की. मार्च में वीडियो कॉल करने के बाद से यह दूसरी बातचीत थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि फोन कॉल लगभग दो घंटे से ज्यादा चली और दोनों पक्षों के बीच विचारों का आदान-प्रदान हुआ.

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ताइवान को लेकर दोनों देश आमने-सामने

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, दोनों देशों के बीच हाल ही में ताइवान को लेकर तनाव बढ़ा है. अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी की संभावित ताइवान यात्रा है, जिसे लेकर चीन खासा नाराज देखा जा रहा है. चीन इसे उकसावे की कार्रवाई के तौर पर देख रहा है. बता दें कि ताइवान स्वशासित द्वीप है, जिसे चीन अपना हिस्सा मानता है. अब अगर नैंसी ताइवान की यात्रा करती हैं तो 1997 के बाद किसी शीर्ष अमेरिकी राजनेता की इस स्व-शासित द्वीप की पहली यात्रा होगी.

चीन पहले भी चेतावनी दे चुका

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी नैन्सी पेलोसी द्वारा कथित तौर पर अगले महीने ताइवान की यात्रा करने को लेकर संदेह जताया था. बाइडेन ने कहा कि अमेरिकी सेना का मानना ​​है कि योजना के मुताबिक पेलोसी के लिए ताइवान की यात्रा करना अच्छा विचार नहीं है. व्हाइट हाउस के प्रेस पूल के हवाले से बाइडेन ने बुधवार को कहा- सेना को लगता है कि यह अभी अच्छा विचार नहीं है. अगर पेलोसी अपनी 'रेड लाइन' को पार करती हैं तो चीन ने 'पलटवार' की चेतावनी दी है.

अब आग से नहीं खेलने की चेतावनी

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को दोनों नेताओं के बीच वीडियो कॉल के दौरान अमेरिकी समकक्ष जो बाइडेन को ताइवान पर 'आग से नहीं खेलने' की चेतावनी दी और अमेरिका से वन चाइना सिद्धांत का पालन करने के लिए कहा.

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एक चीन सिद्धांत का पालन हो

जिनपिंग ने कहा कि 'जो लोग आग से खेलते हैं वे इससे नष्ट हो जाएंगे. उम्मीद है कि अमेरिका इस बारे में स्पष्ट हो जाएगा. अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत का सम्मान करना चाहिए और तीन शासकीय सूचना को शब्द और कार्य दोनों में लागू करना चाहिए.'

चीनी विदेश मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में शी के हवाले से कहा गया है कि जिनपिंग ने जोर देकर कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों पक्ष एक ही चीन के हैं और चीन 'ताइवान स्वतंत्रता' की ओर अलगाववादी कदमों का कड़ा विरोध करता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका को एक-चीन सिद्धांत का पालन करना चाहिए, जो चीन-अमेरिका संबंधों के लिए राजनीतिक आधार है. 

बाहरी ताकतों का खुलकर विरोध करेंगे: चीन

शी ने कहा- चीन 'ताइवान स्वतंत्रता' की ओर अलगाववादी कदमों और बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप का दृढ़ता से विरोध करता है और कभी भी 'ताइवान स्वतंत्रता' बलों के लिए किसी भी रूप में कोई जगह नहीं होने देता है. शी ने कहा- 'ताइवान पर चीनी सरकार और लोगों की स्थिति प्रश्न सुसंगत है और चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना 1.4 बिलियन से अधिक चीनी लोगों की दृढ़ इच्छा है.

अमेरिका ने कहा- ताइवान स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करता

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इसके विपरीत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका 'ताइवान की स्वतंत्रता' का समर्थन नहीं करता है. व्हाइट हाउस के एक बयान में बाइडेन के हवाले से कहा गया है- 'संयुक्त राज्य की नीति नहीं बदली है, यह यथास्थिति को बदलने या ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को कम करने के एकतरफा प्रयासों का कड़ा विरोध करती है. 

आपसी समझ बढ़ाने और गलत धारणा से बचने की सलाह

व्हाइट हाउस के प्रेस पूल के अनुसार, कॉल के दौरान, दोनों राष्ट्रपतियों ने द्विपक्षीय संबंधों और अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों स्वास्थ्य, सुरक्षा पर चर्चा की और अपनी टीमों को आज की बातचीत पर विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के लिए जारी रखने का काम सौंपा.

बाइडेन ने आगे कहा कि अमेरिका चीन के साथ आपसी समझ बढ़ाने और गलत धारणा और गलत अनुमान से बचने के लिए संचार की एक खुली लाइन रखने की उम्मीद करता है. और चीन के साथ काम करेगा, जहां दोनों देशों के हित संरेखित होते हैं और साथ ही मतभेदों को ठीक से प्रबंधित करते हैं. 

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