थाईलैंड और कंबोडिया की ताजा लड़ाई तीसरे दिन में पहुंच चुकी है. दो ताकतवर एशियाई देशों की ये लड़ाई नाजुक मोड़ में पहुंच गई है. यहां रॉकेट, ड्रोन, F-16 जेट्स, आर्टिलरी, एंटी एयर मिसाइल का इस्तेमाल किया जा रहा है. जंग की वजह से मात्र तीन दिन में ही दोनों देशों में 6 लाख से ज्यादा लोगो को अपना घर छोड़ना पड़ा है. जंग में अबतक 13 सैनिकों की मौत हो चुकी है.
दक्षिण-पूर्व एशिया के दोनों पड़ोसी देशों के अधिकारियों ने बुधवार को एक-दूसरे पर उकसावे की कार्रवाई का आरोप लगाया है.
थाईलैंड के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सुरसंत कोंगसिरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि सात प्रांतों में 400,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है.
उन्होंने कहा, "हमने सुरक्षा के लिए एक बड़े खतरे का अंदाजा लगाया था, जिसकी वजह से आम लोगों को बड़ी संख्या में सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा."
थाई सेना ने यह भी बताया कि बुधवार सुबह कंबोडिया से दागे गए रॉकेट सुरिन में फानोम डोंग राक अस्पताल के पास गिरे, जिसके बाद मरीजों और अस्पताल के कर्मचारियों को बंकर में छिपना पड़ा.
थाईलैंड के अखबार द नेशन की रिपोर्ट के मुताबिक कंबोडिया ने चोंग बोक-चोंग आन मा पर 80 से ज़्यादा ड्रोन हमले किए. BM-21 रॉकेट और टैंक से फायरिंग की. यहां 171,000 लोगों ने चार सीमावर्ती प्रांतों में शरण ली है.
थाई सेना ने थाई-कंबोडियाई सीमा पर भारी लड़ाई वाली रात का ब्यौरा दिया है, जिसमें बताया गया है कि कंबोडियाई सेना ने चोंग बोक और चोंग आन मा में थाई ठिकानों पर 80 से ज़्यादा ड्रोन हमले, BM-21 रॉकेट और टैंक से फायरिंग की.
10 दिसंबर, 2025 को सुबह 9 बजे के अपडेट में थाईलैंड की सेना ने कहा है कि कंबोडिया ने हिल 677 की ओर 80 से ज़्यादा ड्रोन भेजे. फू मकुआ इलाके पर कब्ज़ा करने की कोशिश में BM-21 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर से फायरिंग की. इसके अलावा थाई सेना का दावा है कि कंबोडिया ने
प्रीह विहार पर अपनी पोजीशन से टैंक और सीधे फायरिंग वाले हथियारों का इस्तेमाल करके कंथारालक जिले पर भी हमला किया.
थाई सेना ने चोंग चोम के दक्षिण में एक एंटी-ड्रोन साइट को नष्ट कर दिया.
वहीं पड़ोसी देश कंबोडिया के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता मैली सोचियाटा ने कहा, "पांच प्रांतों में 101,229 लोगों को सुरक्षित ठिकानों और रिश्तेदारों के घरों में पहुंचाया गया है."
कंबोडियन मीडिया ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन द्वारा चलाई जाने वाली वेबसाइट कंबोडियननेस ने बताया कि थाई F-16 जेट्स ने देश के दो इलाकों पर हमला किया, जबकि तीन अन्य इलाकों में थाई गोलाबारी जारी रही.
दक्षिण-पूर्वी एशिया के ये पड़ोसी देश अपनी 800 किलोमीटर लंबी सीमा पर कई जगहों पर भिड़ते रहते हैं. इसमें कई एतिहासिक मंदिर शामिल हैं.
इससे पहले जुलाई में दोनों देशों के बीच पांच दिनों तक चली लड़ाई चली थी. जिसमें दर्जनों लोग मारे गए थे और सीमा के दोनों ओर लगभग 300,000 लोग विस्थापित हो गए थे. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और मलेशिया के सहयोग से दोनों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी थी. अब ट्रंप ने एक बार फिर से दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की बात कही है.
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