पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार, 2 लाख लोग आखिरी विदाई देने पहुंचे

पोप फ्रांसिस के निधन पर दुनियाभर में शोक का माहौल है. उनका अंतिम संस्कार वेटिकन सिटी में सेंट पीटर्स स्क्वायर में आयोजित किया गया, जिसमें 150 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि और दो लाख से अधिक लोग शामिल हुए. प्रमुख उपस्थितियों में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शामिल हुए. अंतिम विदाई में दो लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए.

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पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार (फाइल-फोटो पीटीआई) पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार (फाइल-फोटो पीटीआई)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 5:22 PM IST

Pope Francis funeral: कैथोलिक चर्च के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन से दुनियाभर में शोक है. पोप का अंतिम संस्कार वेटिकन सिटी में स्थित सेंट पीटर्स स्क्वायर में शुरू हो गया. दुनियाभर के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने के लिए वेटिकन पहुंचे. भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वेटिकन सिटी में हैं. राजकीय शोक में भारतीय झंडा आज झुका रहेगा.

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पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार

वेटिकन के अनुसार, पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार समारोह में 130 विदेशी प्रतिनिधिमंड शामिल होंगे. इनमें 10 राष्ट्राध्यक्ष और 10 सम्राट शामिल हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रिंस विलियम, ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा समेत कई वैश्विक नेताओं और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे

पोप फ्रांसिस का निधन

21 अप्रैल को पोप फ्रांसिस का निधन हो गया. वह पिछले कुछ समय से किडनी के बीमारी से पीड़ित थे. उन्हें आखिरी दिनों में डबल निमोनिया हो गया था, जिसकी वजह से उनका स्वास्थ्य और गिर गया. कई दिनों तक वेंटिलेटर पर भी रखा गया था. हालांकि, 88 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. पोप फ्रांसिस का असली नाम जॉर्ज मारियो बर्गोलियो था, जो कि 2013 में पोप बने थे.

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दो दिनों के लिए वेटिकन सिटी में रहेंगी भारत की राष्ट्रपति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने के लिए दो दिनों के वेटिकन सिटी के दौरे पर हैं. शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी वेटिकन पहुंची और सेंट पीटर्स बेसिलिका में दिवंगत पोप को श्रद्धांजलि अर्पित की. 

पोप फ्रांसिस के ताबूत सिल करने के रस्म में शामिल हुईं भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (फाइल फोटो-पीटीआई)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया शोक व्यक्त

पोप फ्रांसिस के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया था. प्रधानमंत्री ने कहा था कि उनके निधन से उन्हें गहरा दुखा हुआ. लाखों लोग हमेशा पोप को विनम्रता, करुणा और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे.

2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से की थी मुलाकात

कैसे होता है पोप का अंतिम संस्कार?

पोप का अंतिम संस्कार धार्मिक प्रक्रिया के अनुसार किया जाता है. किसी भी पोप को दाह संस्कार नहीं किया जाता, बल्कि उन्हें दफनाया जाता है. 

पवित्र वस्त्रों में पोप के शव को तैयार किया जाता है. पोप के शव को धार्मिक वस्त्र पहनाए जाते हैं. उनके सिर के नीचे मिट्टी और कुछ सिक्के रखे जाते हैं. 

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पोप के शव को तीन ताबूतों में रखा जाता है. पहली ताबूत सिप्रस की लकड़ी से बना होता है. दूसरी सीसे का होता है. इसमें शव को सील किया जाता है. तीसरी ताबूत ओक की लकड़ी से बनी होती है. जो कि बाहर दिखाई देती है. 

पोप का अंतिम संस्कार सेंट पीटर्स बेसिलिका के सामने किया जाता है. यहां ही दुनियाभर के गणमान्य लोग, बिशप, धार्मित नेता और आम लोग पोप को श्रद्धांजलि देते हैं. फिर सेंट पीटर्स बेसिलिका के नीचे गुफाओं में पोप को दफना दिया जाता है. 

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