पाकिस्तान पहली बार US से खरीदेगा तेल, एनर्जी कंपनी विटॉल से हुआ समझौता

तेल पाकिस्तान का सबसे बड़ा आयात है और 30 जून, 2025 को खत्म हुए साल में इसके निर्यात का मूल्य 11.3 अरब डॉलर था, जो देश के कुल आयात बिल का करीब पांचवां हिस्सा है.

Advertisement
अमेरिका और पाकिस्तान के बीच समझौता (Photo: Reuters) अमेरिका और पाकिस्तान के बीच समझौता (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 11:03 PM IST

पाकिस्तान (Pakistan) की सबसे बड़ी रिफाइनर कंपनी, Cnergyico's (CNER.PSX), अक्टूबर में विटॉल से 10 लाख बैरल तेल का आयात करेगी. कंपनी के उपाध्यक्ष उसामा कुरैशी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. यह एक ऐतिहासिक व्यापार समझौते के बाद देश की पहली अमेरिकी कच्चे तेल की खरीद होगी. उन्होंने बताया कि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट लाइट क्रूड कार्गो इसी महीने ह्यूस्टन से लोड किया जाएगा और अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में कराची पहुंचने की उम्मीद है.

Advertisement

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुरैशी ने बताया, "यह ग्लोबल एनर्जी कंपनी विटॉल के साथ हमारे समझौते के तहत एक परीक्षण स्थल कार्गो है. अगर यह व्यावसायिक रूप से उपलब्ध है, तो हम हर महीने करीब एक कार्गो आयात कर सकते हैं." 

उन्होंने आगे कहा कि विटॉल उनका लंबे वक्त से व्यापारिक साझेदार है. उन्होंने बताया कि यह सौदा महीनों की बातचीत के बाद हुआ है, जो अप्रैल में शुरू हुई थी, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान से आयात पर 29% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी.

उसामा कुरैशी ने कहा कि अप्रैल में टैरिफ के ऐलान के बाद पाकिस्तान के वित्त और पेट्रोलियम मंत्रालयों ने स्थानीय रिफाइनरियों को अमेरिका से कच्चे तेल के आयात की संभावना तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया. 

अमेरिका को लुभाने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान?

Advertisement

गुरुवार को, पाकिस्तान ने अपने प्रमुख निर्यात बाजार, अमेरिका के साथ हुए व्यापार समझौते की सराहना की और कहा कि इस समझौते से निवेश बढ़ेगा. व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान से आयात पर 19% टैरिफ लगाएगा. चीन का एक प्रमुख सहयोगी, पाकिस्तान, ट्रंप द्वारा टैरिफ की धमकी के बाद से उन्हें लुभाने की कोशिश कर रहा है. उसने पड़ोसी मुल्क भारत के साथ हालिया दुश्मनी को खत्म करने के लिए अमेरिकी राजनयिक हस्तक्षेप को श्रेय दिया और ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया.

तेल पाकिस्तान का सबसे बड़ा आयात है और 30 जून, 2025 को खत्म हुए साल में इसके निर्यात का मूल्य 11.3 अरब डॉलर था, जो देश के कुल आयात बिल का करीब पांचवां हिस्सा है. इस आयात समझौते से पाकिस्तान को अपने कच्चे तेल के स्रोतों में विविधता लाने और मध्य पूर्वी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी, जो उसके करीब सभी तेल आयातों के लिए ज़िम्मेदार हैं.

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार तस्करी का भंडाफोड़, अमृतसर में 4 गिरफ्तार, गैंगवार की थी साजिश

उसामा कुरैशी ने कहा, "ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन खाड़ी देशों के तेल ग्रेड के बराबर है, और किसी भी तरह के मिलावट या रिफाइनरी बदलाव की ज़रूरत नहीं है." उन्होंने कहा कि Cnergyico पहली खेप का मूल्यांकन करने के एक महीने बाद कम से कम 10 लाख बैरल अमेरिकी तेल खरीदने पर विचार कर सकती है, क्योंकि उसकी वर्तमान मासिक मांग 46 लाख बैरल है.

Advertisement

Cnergyico हर रोज 156,000 बैरल कच्चे तेल प्रोसेस कर सकता है और कराची के पास देश का एकमात्र सिंगल-पॉइंट मूरिंग टर्मिनल ऑपरेट करता है, जिससे यह पाकिस्तान के अन्य रिफ़ाइनरों के उलट बड़े टैंकरों को संभालने में सक्षम है.

कुरैशी ने कहा कि कंपनी अगले पांच से छह साल में बड़े या ज्यादा लगातार शिपमेंट की अनुमति देने के लिए एक दूसरा अपतटीय टर्मिनल स्थापित करने और अपनी रिफ़ाइनरी को उन्नत करने की योजना बना रही है.

स्थानीय मांग कम होने की वजह से, रिफाइनरी कंपनी तेल उत्पादों की मांग में बढ़ोतरी पर दांव लगा रही है, जो औसतन 30% से 35% की रिफाइनरी रन रेट पर काम कर रही है. डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि अमेरिका दक्षिण एशियाई देश के 'विशाल तेल भंडार' को विकसित करने के लिए पाकिस्तान के साथ भी सहयोग करेगा. हालांकि, उन्होंने इस बारे में और कोई जानकारी नहीं दी. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement