भारत से टेंशन के बीच रूस को साधने में जुटा पाकिस्तान... मॉस्को भेजा हाई लेवल डेलिगेशन

भारत-पाकिस्तान के बीच 6 से 10 मई तक हुए सैन्य संघर्ष के बाद 10 मई को फिर से सीजफायर लागू हुआ, जिससे सीमा पर तनाव कम हुआ. दोनों देशों ने कूटनीतिक मोर्चे पर सक्रियता बढ़ाई है. पाकिस्तान रूस के मॉस्को में डेलिगेशन भेजकर अपनी प्रतिक्रिया और नीति समझाने का प्रयास कर रही है.

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भारत से रिश्तों में गर्मी के बीच रूस की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है पाकिस्तान (फोटो क्रेडिट - TASS) भारत से रिश्तों में गर्मी के बीच रूस की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है पाकिस्तान (फोटो क्रेडिट - TASS)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 जून 2025,
  • अपडेटेड 10:07 PM IST

भारत ने 6 मई से 10 मई तक दुश्मन मुल्क पाकिस्तान में ताबड़तोड़ हमले कर उसके कई सैन्य और आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर पर सहमति बनी. जिसके बाद दोनों देश अपने-अपने डेलिगेशन को कई देशों में भेजकर अपना पक्ष रख रहे हैं.

भारत पाकिस्तान को आतंक के मुद्दे पर बेनकाब करने में जुटा है. दुनियाभर के मुल्कों में भारतीय डेलिगेशन ने जाकर पाक को एक्सपोज कर दिया है. 

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अब पाकिस्तान ने भी भारत की देखा-देखी करनी शुरू कर दी है. पाकिस्तान ने आज (सोमवार - 02 जून) से बुधवार (04 जून) तक के लिए डेलिगेशन को रूस की राजधानी मॉस्को भेजा है. 

डेलिगेशन को लेकर इस्लामाबाद ने क्या जानकारी दी?

इस्लामाबाद की ओर से डेलिगेशन के बारे में विस्तृत जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर दी. 

मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स ऑफ पाकिस्तान ने ट्विट किया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देश पर 2 से 4 जून 2025 तक एक डेलिगेशन मॉस्को की यात्रा करेगा. प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सैयद तारिक फातमी इस डेलिगेशन का नेतृत्व करेंगे. 

इस यात्रा का उद्देश्य हाल में ही भारतीय आक्रामकता का पाकिस्तानी सुरक्षबलों द्वारा संतुलित जवाब और जिम्मेदार नीति को वैश्विक मंचों पर प्रस्तुत करना है. इस दौरान डेलिगेशन रूसी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे, मीडिया और थिंक टैंक संस्थाओं से बातचीत करेंगे.

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भारत-रूस की दोस्ती

भारत-रूस की दोस्ती ऐतिहासिक और दशकों से चली आ रही है. दोनों ही देश चाहे दुनिया में कितनी भी अस्थिरता आई हो एक-दूसरे के साथ खड़े नजर आते हैं. हालांकि, रूस-यूक्रेन संघर्ष की वजह से इस रिश्ते में कई नई परतें जुड़ गई हैं. 

दुनियाभर के मुल्कों ने 2022 में रूस पर कई प्रतिबंध लगाए. जिसके बाद भारत ने रूस से कच्चा तेल छूट पर खरीदना तेज कर दिया. 2025 से भारत रूस से रुपया-रूबल व्यापार व्यवस्था के जरिए तेल खरीद रहा है.

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