शहबाज शरीफ बोले- तालिबान का हमला भारत की शह पर, टू फ्रंट वॉर की तैयारी में मुनीर की सेना, फिर 'हॉट टॉक' करने लगा PAK

पाकिस्तान ने एक बार फिर अफगानिस्तान के साथ खूनी टकराव का ठीकरा भारत पर फोड़ा है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बेसिर-पैर का आरोप लगाते हुए कहा है कि अफगान तालिबान भारत की शह पर पाकिस्तान पर हमले कर रहा है. अब तक पाकिस्तान TTP को फितना-अल-ख्वारिज बताता था लेकिन अब बौखलाहट में उसने अफगानिस्तान की सरकार को ही घेरना शुरू कर दिया है.

Advertisement
पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक के जवाब में तालिबान ने पाकिस्तान पर तगड़ा प्रहार किया है. (Photo: ITG) पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक के जवाब में तालिबान ने पाकिस्तान पर तगड़ा प्रहार किया है. (Photo: ITG)

सुबोध कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 17 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 10:31 AM IST

अफगानिस्तान के साथ लड़ाई में दर्जनों सैनिकों को गंवाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आखिरकार इंडिया वाला एंगल चल ही दिया. शहबाज शरीफ ने कहा है कि अफगानिस्तान ने 'भारत के इशारे पर' पाकिस्तान पर हमला किया, क्योंकि ये हमले तब हुए जब अफगानिस्ता के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी दिल्ली में थे. 

वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ अब टू फ्रंट वॉर की बात कर रहे हैं. ख्वाजा आसिफ ने हवाई किले गढ़ते हुए कहा कि भारत फिर से जंग छेड़ सकता है और पाकिस्तान इसके लिए तैयार है. ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान और भारत से एक साथ युद्ध की तैयारी कर रहा है. 

Advertisement

अफगानिस्तान और पाकिस्तान की ताजा जंग हाल के दिनों में दोनों मुल्कों के बीच सबसे भयंकर खूनी टकराव है. इस लड़ाई में पाकिस्तान के दर्जनों सैनिक मारे गए हैं. बौखलाए पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कई शहरों में एयर स्ट्राइक किया है. इससे कई नागरिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा हैं. घर टूट गए हैं, स्कूल ढह गए हैं. 

काबुल, पक्तिका, खोस्त, नांगरहर, कंधार और हेलमंद प्रांतों में पाकिस्तान ने 20 से अधिक स्थानों पर एयरस्ट्राइक की है. अगर मानवीय नुकसान की बात करें तो तालिबान के अनुसार 12 से अधिक नागरिक मारे गए, जबकि 100 से ज्यादा घायल हुए. 15-20  तालिबानी लड़ाकों की मौत भी खबरें आई है. 

कंधार के स्पिन बोल्डक में पाकिस्तान-अफगानिस्तान का 'फ्रेंडशिप गेट' बुरी तरह ढह गया है. 

अभी भले ही दोनों देशों के बीच सीजफायर की स्थिति है लेकिन तनाव जारी है.  शहबाज शरीफ ने चुनौती भरे अंदाज में कहा है कि यदि यह सीजफायर केवल समय लेने के लिए किया गया है, तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे."

Advertisement

इसके शरीफ ने इस जंग में बिना वजह भारत को खींचने की कोशिश की. शरीफ ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान भारत की शह पर हमले कर रहा है, और ये हमले तब हो रहे हैं जब अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत में थे. 

शहबाज शरीफ भारत का बेबुनियाद आरोप लगा रहे थे तो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ दो मोर्चे पर जंग की तैयारी कर रहे थे. 

एक टीवी साक्षात्कार के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान संभावित दो मोर्चों पर संघर्ष की तैयारी कर रहा है. एक इंटरव्यू के दौरान ख्वाजा आसिफ से पूछा गया भारत भी पाकिस्तान पर हमले कर सकता है, क्या आपको ऐसी आशंका है?

इसके जवाब में ख्वाजा आसिफ ने कहा,' बिल्कुल, आप इससे इनकार नहीं कर सकते. इसकी प्रबल संभावनाएं हैं.'

आगे उनसे एंकर ने पूछा, "खुदा के लिए, स्थिति तनावपूर्ण है, अगर दो मोर्चों पर युद्ध छिड़ जाता है, तो क्या आपने जवाबी कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात की है?”

इस पर ख्वाजा आसिफ ने कहा, "हां, हम रणनीति तैयार कर रहे हैं, मैं उन पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं कर सकता, लेकिन हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं."

Advertisement

आसिफ की यह टिप्पणी सीमा पर पाकिस्तानी और अफ़गान सेनाओं के बीच भीषण झड़पों के बीच आई है . 

युद्ध अपराधों की दोषी है पाक सेना

वहीं अफगानिस्तान पर इस हमले के लिए पाकिस्तान के कई संगठनों ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया है. पश्तून तहफ़ुज़ मूवमेंट के नेता मंज़ूर पश्तीन ने काबुल पर पाकिस्तानी सेना के हालिया हवाई हमलों की निंदा की है और नागरिकों को निशाना बनाने को युद्ध अपराध बताया है.

उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तानी सेना बार-बार निर्दोष लोगों पर हमला करके युद्ध के मैदान में अपनी नाकामियों को छुपाती है.

एक्स पर एक पोस्ट में पश्तीन ने लिखा, "युद्ध अपराधों की सबसे बड़ी अपराधी पाकिस्तानी सेना हमेशा युद्ध के मैदान में खाली हाथ आम लोगों पर अपना गुस्सा और हार का डर उतारती है."

पूर्व अफ़ग़ान राजनयिक अजीज महाराज ने टोलो न्यूज के हवाले से कहा, "दुर्भाग्य से पाकिस्तान नागरिकों को निशाना बनाकर हमले करके सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों जैसे हस्तक्षेप न करने के सिद्धांत, आपसी सम्मान, क्षेत्रीय अखंडता, मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा, 1949 के जिनेवा कन्वेंशन और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII—का उल्लंघन कर रहा है. इससे किसी को कोई फायदा नहीं है.

इन हमलों और बढ़ते तनाव के मद्देनजर काबुल और इस्लामाबाद के बीच 48 घंटे का युद्धविराम स्थापित किया गया है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement