अमेरिका के टॉप सीक्रेट का खुलासा करने के लिए मशहूर WikiLeaks के संस्थापक जूलियन असांजे अपनी गलती मानने के बाद अपने गृह-राष्ट्र ऑस्ट्रेलिया पहुंच गए हैं. अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट के सामने पेशी के दौरान एक डील के तहत असांजे ने अपनी गलती स्वीकार की और फिर उनकी रिहाई का रास्ता साफ हुआ. अमेरिका ने उनपर कुछ प्रतिबंध भी लगाए हैं लेकिन 12 साल की कानूनी जंग के बाद वह स्वतंत्र हैं.
52 वर्षीय असांजे अमेरिका के मारियाना आइलैंड की राजधानी सायपन से 6 घंटे का सफर तय कर ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा पहुंचे. सायपन की अदालत में असांजे की पेशी हुई, जहां उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित टॉप सीक्रेट का खुलासा किया था, जो कि अमेरिकी जासूसी कानूनों के खिलाफ था.
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अमेरिकी जज ने जन्मदिन की दी अग्रिम बधाई
जूलियन असांजे को डील के तहत सायपन स्थित अदालत के जज ने इंग्लैंड के बेलमार्श जेल में पहले से काटे गए समय की सजा सुनाई, जहां उन्होंने अमेरिका द्वारा प्रत्यर्पित किए जाने की कोशिशों के खिलाफ लड़ते हुए पांच साल जेल में बिताए थे. जज ने उन्हें अगले सप्ताह 53 साल के होने पर "जन्मदिन की अग्रिम बधाई" भी दी. वह 3 जुलाई को 53 साल के हो जाएंगे.
2010 में अमेरिकी सेना का किया पर्दाफाश
असांजे यौन उत्पीड़न के केस में स्वीडन प्रत्यर्पन की कोशिशों के खिलाफ लड़ते हुए सात साल लंदन स्थित इक्वाडोर की एंबेसी में रहे. इनके अलावा अमेरिका में उनके खिलाफ 18 आपराधिक मामले थे. ये सभी मामले 2010 के Wikileaks से संबंधित थे. उन्होंने अफगानिस्तान और इराक युद्ध को लेकर अमेरिका और उसकी सेना की मंशा का पर्दाफाश किया था. इसमें एक वीडियो क्लिप भी शामिल था, जिसमें अेमरिकी सेना ने मासूम लोगों पर बमबारी कर दी थी.
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डील के तहत असांजे ने स्वीकार की अपनी गलती
इससे पहले अमेरिका के सायपन में आयोजित तीन घंटे की सुनवाई के दौरान, असांजे ने वर्गीकृत नेशनल सिक्योरिटी डॉक्यूमेंट्स को हासिल करने और उन्हें साइट पर अपलोड करने की साजिश रचने के एक आपराधिक मामले में अपना दोष स्वीकार किया, लेकिन साथ भी यह भी कहा कि उनका मानना था कि अमेरिका संविधान का पहला संशोधन उनके इस काम को संरक्षण देता है. हालांकि, उन्होंने डील के तहत स्वीकार किया कि यह उनकी गलती थी, और अदालत ने इसे स्वीकार किया और उन्हें आजाद कर दिया.
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