ताइवान के बाद अब जापान में जलजला, 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके से हिल गई धरती

यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि गुरुवार को जापान के होंशू के पूर्वी तट पर 6.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया.

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जापान में भूकंप (फाइल फोटो) जापान में भूकंप (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 9:58 AM IST

यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि गुरुवार को जापान (Japan) के होंशू (Honshu) के पूर्वी तट पर 6.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. EMSC ने कहा कि भूकंप 32 किमी (19.88 मील) की गहराई पर था. टोक्यो में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने गुरुवार के भूकंप की तीव्रता 6.1 बताई है, जो 40.1 किलोमीटर की गहराई पर था. टेक्नोलॉजी के मामले में जापान दुनिया के सबसे ज्यादा एक्टिव देशों में से एक है. देश में बिल्डिंग्स बनाने से संबंधित सख्त नियम हैं, जिसे भूकंप का सामना कर सकें. लगभग 125 मिलियन लोगों का घर, द्वीपसमूह, हर साल लगभग 1,500 झटके का अनुभव करता है, जिनमें से ज्यादातर हल्के होते हैं. 

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भूकंप से कांपी थी ताइवान की धरती

इससे एक दिन पहले ताइवान में शक्तिशाली भूकंप से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे. बुधवार को आए 7.4 तीव्रता के भूकंप से ताइवान में दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और जापान और फिलीपींस तक सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई.

जापान का अब तक का सबसे बड़ा भूकंप मार्च 2011 में जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर समुद्र के अंदर 9.0 तीव्रता का एक बड़ा झटका था, जिसके कारण सुनामी आई और लगभग 18,500 लोग मारे गए या लापता हो गए. 2011 की आपदा ने फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में तीन रिएक्टरों को भी पिघला दिया, जिससे जापान की युद्ध के बाद की सबसे खराब आपदा और चेरनोबिल के बाद सबसे गंभीर परमाणु दुर्घटना हुई.

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