हमास के टॉप लीडर इस्माइल हानिया के 3 बेटों की मौत, इजरायली एयरस्ट्राइक में उड़ गए परखच्चे

इस्माइल हानिया ने कहा कि जेरूसलम और अल-अक्सा मस्जिद को आजाद कराने की जंग में उनके चार बेटों में से तीन बेटे शहीद हो गए. उन्होंने कहा कि दुश्मन को लगता है कि हमास लीडर्स के परिवारों को निशाना बनाकर वे हमें झुका देंगे. इससे हम अपनी मांगों से पीछे हट जाएंगे. अगर किसी को लगता है कि मेरे बेटों को निशाना बनाकर वे हमास को उसका रुख बदलने पर मजबूर कर देंगे तो ये भ्रम है.

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Ismail Haniyeh Ismail Haniyeh

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 1:05 AM IST

इजरायल और हमास जंग शुरू हुए छह महीने हो गए हैं. इस बीच इजरायली सुरक्षाबलों ने गाजा पट्टी पर हुए हालिया एयरस्ट्राइक में हमास नेता इस्माइल हानिया के तीन बेटों की मौत की पुष्टि की है. 

इजरायली सेना IDF ने दावा किया कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहा थे कि वे हवाई हमलों की चपेट में आ गए. 

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इस्माइल हानिया ने अल जजीरा को दिए इंटरव्यू में कहा कि जेरूसलम और अल-अक्सा मस्जिद को आजाद कराने की जंग में उनके चार बेटों में से तीन बेटे शहीद हो गए. उन्होंने कहा कि दुश्मन को लगता है कि हमास लीडर्स के परिवारों को निशाना बनाकर वे हमें झुका देंगे. इससे हम अपनी मांगों से पीछे हट जाएंगे. अगर किसी को लगता है कि मेरे बेटों को निशाना बनाकर वे हमास को उसका रुख बदलने पर मजबूर कर देंगे तो ये भ्रम है.

इससे पहले इजरायल के हवाई हमले में इस्माइल हानिया का पोता जमाल मुहम्मद हानिया भी मारा जा चुका है. इजरायली सेना आईडीएफ के हमले में अब तक हानिया के कई रिश्तेदार मारे जा चुके हैं. हानिया की पोती रोआ हम्माम इस्माइल हानिया की भी हवाई हमले में ही मारी गई थी. वो गाजा यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी. इसके अलावा इजरायली हमलों में अब तक हानिया के भतीजा और भाई के भी मारे जाने के दावे किए गए हैं. 

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हमास का मुखिया है इस्माइल हानिया

29 जनवरी 1962 को गाजा पट्टी के शरणार्थी शिविर में पैदा हुआ हानिया पढ़ाई के दौरान ही हमास से जुड़ गया था. साल 2006 में हानिया फिलिस्तीन का प्रधानमंत्री बना. कई साल पहले वो गाजा पट्टी से भागकर कतर में आ गया था. हानिया फिलहाल निर्वासन में कतर में रह रहा है. 

इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमले से पहले हानिया ने कहा था कि हमारे लोगों पर हो रहे अत्याचारों और पश्चिमी समर्थन को लेकर हमने अब सब खत्म करने का फैसला लिया है, ताकि दुश्मन समझ जाए कि बिना जिम्मेदार ठहराए वो मौज-मस्ती से नहीं रह सकता.

क्या है हमास?

फिलिस्तीन का इस्लामिक चरमपंथी संगठन है. 1987 में बना था. इस्माइल हानियेह इसका मुखिया है. इजरायल के अलावा अमेरिका समेत कई देशों ने हमास को आतंकी संगठन घोषित करके रखा है. 2007 से हमास का गाजा पट्टी पर दबदबा है. अरसे से हमास इजरायल पर हमले करते रहा है. हमास का सबसे ज्यादा समर्थन ईरान करता है. ईरान से ही हमास को सबसे ज्यादा फंडिंग होती है.

मरने वालों का आंकड़ा 33 हजार के पार

हमास के हमले का इजरायल ने इस तरह से बदला लिया है कि गाजा में एक-दो हजार नहीं बल्कि 33000 फिलिस्तीनियों की जान ले ली गई है. मरने वालों में 70 फीसदी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं - इसमें कमोबेश 14,350 बच्चे हैं.

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यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, मृतकों में 170 से ज्यादा संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी और सात वर्ल्ड सेंट्रल किचन के कर्मचारी शामिल हैं. पत्रकारों के लिए काम करने वाली संस्था की मानें तो छह महीने में 90 से ज्यादा पत्रकारों ने भी अपनी जान गंवा दी. 

7 अक्टूबर से जारी है जंग

सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इस जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है.

इजरायल और हमास जंग में मरने वालों फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या 33 हजार से ज्यादा हो गई है. अब तक गाजा के 23 लाख में से आधे नागरिकों ने अपना घर छोड़ दिया है.

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