ईरान ने सोमवार को कहा कि अमेरिका ने उसके परमाणु ठिकानों पर हमला करके उसकी सेना के टारगेट्स की सूची बढ़ा दी है. वहीं ईरान के खिलाफ इजरायल के सैन्य अभियान में शामिल होने के लिए तेहरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 'गैम्बलर' करार दिया.
रविवार सुबह अमेरिकी सेना ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर बंकर-बस्टर बम गिराए थे, जिसके बाद से ईरान लगातार जवाबी कार्रवाई की धमकी दे रहा है. हालांकि, अब तक ईरान ने सिर्फ इजरायल पर ही मिसाइल हमले किए हैं, अमेरिका पर सीधे हमला या फिर हॉर्मुज जलडमरूमध्य से गुजरने वाले 20 प्रतिशत वैश्विक तेल आपूर्ति को रोकने जैसा कोई कदम नहीं उठाया है.
'युद्ध तुमने शुरू किया, खत्म हम करेंगे'
ईरान की सेना के खतम अल-अंबिया मुख्यालय के प्रवक्ता इब्राहीम जोलफकारी ने सोमवार को एक वीडियो मैसेज में कहा, 'मिस्टर ट्रंप, द गैम्बलर... भले यह युद्ध तुमने शुरू किया हो, लेकिन इसे खत्म हम करेंगे.' इस बीच, सोमवार को भी ईरान और इजरायल के बीच हवाई और मिसाइल हमले जारी रहे. इस बीच पूरी दुनिया तेहरान की अगली प्रतिक्रिया को लेकर काफी बेचैन है.
ट्रंप ने दिए ईरान में 'सत्ता परिवर्तन' के संकेत
अमेरिकी प्रशासन का दावा है कि उसका मकसद सिर्फ ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करना है, न कि युद्ध छेड़ना. लेकिन रविवार को सोशल मीडिया पर ट्रंप ने साफ तौर पर ईरान की सत्ता बदलने का संकेत दिया. उन्होंने लिखा, 'अब इसे 'रिजीम चेंज' कहना राजनीतिक रूप से सही नहीं माना जाता है, लेकिन अगर मौजूदा ईरानी शासन ईरान को फिर से महान नहीं बना सकता, तो सत्ता परिवर्तन क्यों न हो? MIGA!!!' (MAKE IRAN GREAT AGAIN).
अमेरिकी हमलों में भारी नुकसान का दावा
इसी बीच, विशेषज्ञों ने सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर कहा कि अमेरिका के हमले में ईरान के फोर्डो परमाणु संयंत्र को भारी नुकसान पहुंचा है, जो पहाड़ों के बीच बना स्थित है. माना जा रहा है कि वहां मौजूद यूरेनियम संवर्धन करने वाली मशीनें भी नष्ट हो गई होंगी, हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है.
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