ट्रूडो ने संसद में लगाए आरोप, भारत ने कनाडा को दिया ये सख्त संदेश

जून 2023 में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि निज्जर की हत्या में भारत शामिल था. भारत ने कनाडा के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. कनाडा से सख्त लहजे में पेश आते हुए भारत ने कहा है कि ट्रूडो आरोप लगाने के बजाय सबूत साझा करें.

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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो-रॉयटर्स) भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो-रॉयटर्स)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 3:22 PM IST

कनाडा से सख्त लहजे में पेश आते हुए भारत ने बुधवार को कहा है कि वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है. लेकिन कनाडा आरोप लगाने के बजाय सबूत साझा करे. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का आरोप है कि कनाडाई नागरिक और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत शामिल था. भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है.

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भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के आरोप का जवाब देते हुए कहा है कि कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत की संलिप्तता के आरोप बेतुके और प्रेरित हैं. जिसका मकसद खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश है.

19 जून 2023 को कनाडा के सर्रे शहर में हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. निज्जर को मंदिर की पार्किंग में उसके ट्रक में गोली मारी गई थी. इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. 

भारत ने कनाडा से मांगा सबूत

अंग्रेजी वेबसाइट 'हिन्दुस्तान टाइम्स' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार ने ट्रूडो के आरोप को लेकर कनाडा से सबूत मांगते हुए हरदीप निज्जर हत्याकांड में सहयोग की पेशकश की है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ट्रूडो के निराधार आरोप और भारत के हितों के खिलाफ काम करने वाले खालिस्तानी आतंकी के प्रति कनाडा की सहिष्णुता को लेकर भारत भी अपने सहयोगी देशों से बात कर रहा है. 

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भारत सरकार ने यह प्रतिक्रिया बुधवार सुबह नए संसद भवन में विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद दी है. भारत की यह प्रतिक्रिया एक प्रकार से मांग है कि कनाडा भारतीय खुफिया एजेंसियों पर लगाए गए अपने आरोपों पर स्पष्टीकरण दे. भारत सरकार के अधिकारियों का कहना है कि कनाडा में रह रहे भारतीय प्रवासियों की सुरक्षा भारत की प्राथमिक चिंताओं में से एक है. 

वहीं, भारत की यह प्रतिक्रिया कनाडा के लिए एक संदेश है कि भारत सबूतों के आधार पर जांच में शामिल होने के लिए तैयार है. दूसरी तरफ अपने सहयोगियों से संपर्क स्थापित कर भारत इस बात से अवगत करा रहा है कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत या भारतीय खुफिया एजेंसियों का कोई रोल नहीं है. कनाडा की ओर से लगाया गया आरोप निराधार और स्थानीय राजनीति से प्रेरित है. ट्रूडो सरकार अल्पमत में है और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थन से सत्ता में है. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की है.

अमेरिका से भी चर्चा संभव

इसके अलावा भारत यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि कनाडा में रह रहे भारतीय सिखों और हिंदुओं के बीच में कोई ध्रुवीकरण ना हो और भारतीय और भारतीय मूल के लोग सुरक्षित रहें.

अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए 23 सितंबर को अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क जाएंगे. इस दौरान वो भारत की स्थिति को और स्पष्ट करेंगे. ऐसी संभावना है कि 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना संबोधन देने के बाद जयशंकर अमेरिका की द्विपक्षीय यात्रा भी करेंगे.

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फाइव आइज और जी-7 को मनाने में विफल रहा कनाडा

इससे पहले निज्जर की हत्या में तथाकथित भारत की भूमिका पर कनाडा फाइव आईज ग्रुप और जी-7 ग्रुप को मनाने में विफल रहा. फाइव आइज और जी-7 ग्रुप ने भारत की निंदा करने से इनकार कर दिया है. ऐसे में मोदी सरकार इस बात को लेकर आश्वस्त है कि उसकी ये प्रतिक्रिया पर्याप्त है. इसके अलावा भारत ने इस ओर भी इशारा किया है कि ट्रूडो खालिस्तान की मांग करने वाले अलगाववादियों को बढ़ावा दे रहे हैं. 

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