मालदीव से जारी राजनयिक विवाद के बीच भारत ने मालदीव के लिए सहायता राशि बढ़ा दी है. वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में भारत ने मालदीव के लिए 93.8 मिलियन अमेरिकी डॉलर आवंटित किया है. हालांकि, 1 फरवरी को पेश हुए बजट में मालदीव के लिए सहायता राशि घटा दी गई थी. लेकिन गुरुवार को आयोजित साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय ने बताया है कि मालदीव के लिए आवंटित बजट को रिवाइज किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 1 फरवरी को पेश हुए बजट में मालदीव के लिए 600 करोड़ रुपये यानी 72 मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि आवंटित की गई थी. जो पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में लगभग 20 मिलियन डॉलर कम था. वित्तीय वर्ष 2024 के बजट में भारत ने मालदीव के लिए 92 मिलियन अमेरिकी डॉलर आवंटित किए थे.
भारत मालदीव के लिए एक 'कमिटेड डेवलपमेंट पार्टनर': विदेश मंत्रालय
गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से जब मालदीव को आवंटित बजट में कटौती को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "आवंटित बजट की राशि बढ़ा दी गई है. भारत मालदीव के लिए एक 'कमिटेड डेवलमेंट पार्टनर' के रूप में बना हुआ है.
मालदीव को आवंटित बजट को लेकर चल रहीं अटकलों पर उन्होंने कहा,"मैंने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं जिनमें कहा गया है कि मालदीव के लिए बजट बढ़ाया गया है. जबकि कुछ कह रहे हैं कि बजट घटाया गया है. सच्चाई यह है कि कुछ निश्चित राशि आवंटित की जाती है और फिर संशोधित की जाती है. संशोधन के दौरान ही नए प्रस्तावों पर विचार किया जाता है. मालदीव के लिए इस बार 779 करोड़ बजट आवंटित है. जबकि पहले का अनुमानित बजट 600 करोड़ था. जब हमारे पास और अधिक स्पष्टता होगी तो नए आंकड़ों को भी संशोधित किया जाएगा. हम मालदीव के लिए एक कमिटेड डेवलपमेंट पार्टनर के रूप में बने रहेंगे.'
दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास!
पिछले साल सितंबर में मालदीव में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मोहम्मद मुइज्जू ने शानदार जीत हासिल की थी. मुइज्जू और उनकी पार्टी पीपुल्स नेशनल कांग्रेस को चीन समर्थक के रूप में देखा जाता है. मालदीव के राष्ट्रपति अक्सर सबसे पहला दौरा भारत का करते थे लेकिन मुइज्जू ने इस परंपरा को तोड़ते हुए सबसे पहले तुर्की का दौरा किया. इसके अलावा उन्होंने भारत सरकार से मालदीव में मौजूद भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा.
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर 15 मार्च का अल्टीमेटम दिया है. मालदीव के विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और मालदीव 14 जनवरी को द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैनिकों की तेजी से वापसी पर सहमत हुए हैं.
भारत के लगभग 70 सैनिक डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ मालदीव में तैनात हैं.
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