भारत-न्यूजीलैंड के बीच हुआ मुक्त व्यापार समझौता! रिकॉर्ड समय में बनी सहमति

भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति बनी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से टेलीफोन पर बातचीत कर इस ऐतिहासिक समझौते की घोषणा की.

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पीएम मोदी के साथ न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन पीएम मोदी के साथ न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:31 PM IST

भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार (Free Trade Agreement, FTA) समझौता हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से टेलीफोन पर बातचीत की जिसके बाद इसकी घोषणा की गई है. दोनों देशों के बीच रिकॉर्ड कम समय में हुआ यह ऐतिहासिक समझौता परस्पर लाभकारी साबित होने वाला है.

मार्च 2025 में न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन जब भारत आए थे तब इस समझौते पर बातचीत शुरू हुई थी. दोनों नेताओं ने कहा कि भारत-न्यूजीलैंड के बीच महज 9 महीनों के रिकॉर्ड समय में FTA पूरा हुआ है. उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की साझा महत्वाकांक्षा और राजनीतिक इच्छाशक्ति को दिखाता है.

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यह FTA द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा, दोनों देशों को एक-दूसरे के बाजारों तक पहुंच देगा और निवेश को भी बढ़ावा देगा. मुक्त व्यापार समझौता भारत-न्यूजीलैंड के रणनीतिक सहयोग को मजबूत करेगा और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के उद्यमियों, किसानों, एमएसएमई, छात्रों और युवाओं के लिए नए अवसर खोलेगा.

व्यापार को दोगुना करने पर निवेश बढ़ाने पर बनी सहमति

बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने विश्वास जताया कि FTA से दोनों देशों के रिश्तों की नींव मजबूत होगी जिससे अगले पांच सालों में द्विपक्षीय व्यापार दोगुना हो जाएगा. दोनों नेता अगले 15 सालों में न्यूज़ीलैंड से भारत में 20 अरब डॉलर के निवेश को लेकर भी सहमत हुए.

पीएम मोदी और लक्सन ने खेल, शिक्षा और लोगों के बीच संपर्क जैसे द्विपक्षीय सहयोग के अन्य क्षेत्रों में हुई प्रगति का भी स्वागत किया. उन्होंने भारत-न्यूजीलैंड पार्टनरशिप को और सशक्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई.

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और किन देशों के साथ है भारत का FTA?

यह पिछले कुछ सालों में भारत का 7वां मुक्त व्यापार समझौता है. इससे पहले भारत ओमान, यूनाइटेड किंगडम (यूके), ईएफटीए देशों, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ऑस्ट्रेलिया और मॉरीशस के साथ FTA कर चुका है.

भारत और न्यूज़ीलैंड ने ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता (FTA) वार्ताओं के समापन की घोषणा की

मुक्त व्यापार समझौता से भारत को क्या फायदे होंगे?

मुक्त व्यापार समझौता से भारत के 100% निर्यात को जीरो टैरिफ पर मार्केट एक्सेस मिलेगा. भारत ने न्यूजीलैंड के साथ द्विपक्षीय व्यापार के 95% हिस्से को कवर करने वाली 70% टैरिफ लाइनों में टैरिफ कम करने की पेशकश की है.

16 मार्च 2025 से इस समझौते पर बात शुरू हुई थी और महज 9 महीने में ही इसपर समझौता भी हो गया जो किसी भी विकसित देश के साथ सबसे तेज FTA है.

इस समझौते के तहत न्यूजीलैंड ने भारत को अब तक का सबसे बेहतरीन मार्केट एक्सेस और सेवाओं की पेशकश की है जिसमें कंप्यूटर संबंधी सेवाएं, पेशेवर सेवाएं, ऑडियो-विजुअल सेवाएं, दूरसंचार सेवाएं, निर्माण सेवाएं, पर्यटन और यात्रा से जुड़ी सेवाएं सहित कुल 118 सर्विस सेक्टर शामिल हैं.

इसी के साथ ही न्यूजीलैंड ने लगभग 139 सब-सेक्टर्स में भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) की प्रतिबद्धता जताई है.

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मुक्त व्यापार समझौते में पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा और न्यूजीलैंड में जॉब के लिए छात्रों की आवाजाही को बढ़ावा देने की भी बात कही गई है. न्यूजीलैंड 5,000 प्रोफेशनल्स के लिए टेम्पररी एम्प्लॉयमेंट एंट्री वीजा का समर्पित कोटा और 1,000 वर्क एंड हॉलीडे वीजा भी ऑफर कर रहा है.

न्यूजीलैंड भारत में कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए सेब, कीवी और शहद के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के जरिए एग्रीकल्चर प्रोडक्टिविटी पार्टनरशिप की स्थापना करेगा.

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