भारत में जन्मी 40 वर्षीय कॉलेज छात्रा रेजानी रवीन्द्रन ने अमेरिकी राज्य विस्कॉन्सिन में सीनेट के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा की है. इसी के साथ वह डेमोक्रेटिक सीनेटर टैमी बाल्डविन के खिलाफ आधिकारिक तौर पर चुनाव लड़ने वाली पहली रिपब्लिकन बन गई हैं. न्यूज एजेंसी के मुताबिक यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन-स्टीवंस पॉइंट कॉलेज रिपब्लिकन की अध्यक्ष रवींद्रन ने मंगलवार को पोर्टेज काउंटी में 61 वर्षीय बाल्डविन के खिलाफ आधिकारिक तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा की.
द मिल्वौकी जर्नल सेंटिनल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घोषणा के साथ ही रवींद्रन विस्कॉन्सिन में पहली रिपब्लिकन सीनेट उम्मीदवार बन गई हैं. सीनेटर के चुनाव में एक साल का समय बचा है.
उन्होंने मंगलवार को अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा, "मैं बहुत सारे राजनेताओं, पैरवीकारों और नीति निर्माताओं से मिली हूं. उनमें से कई 20, 30 और 40 वर्षों से राजनीति में हैं. हम उन्हें चुनते हैं, उन्हें भेजते हैं और वे डीसी में इतने मशगूल हो जाते हैं कि हमारे बारे में सब कुछ भूल जाते हैं कि हम लोगों ने उन्हें वहां क्यों भेजा है."
बता दें कि रेजानी रवीन्द्रन के तीन बच्चे हैं और वह अभी तक राजनीति में शामिल नहीं हुई थीं. उन्होंने कहा कि वह इस साल स्टीवंस पॉइंट कॉलेज रिपब्लिकन में शामिल हुईं और इस गर्मी की शुरुआत में वाशिंगटन की यात्रा के बाद ही उन्होंने सीनेट के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया. वह अगले वर्ष राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल करने की योजना बना रही है.
पिछले हफ्ते मिल्वौकी जर्नल सेंटिनल के साथ अपने साक्षात्कार के दौरान, उन्होंने कहा, "मैं देख रही हूं कि हमारे देश में क्या चल रहा है," उन्होंने हाल ही में वाशिंगटन का दौरा किया था.
रवीन्द्रन 2011 में भारत से अमेरिका आई थीं. यहां वह एक नर्स थीं. 2017 में विस्कॉन्सिन जाने से पहले वह कैलिफोर्निया में रहती थीं. रवींद्रन 2015 में अमेरिकी नागरिक बन गईं.
उन्होंने कहा, “मुझे एहसास हुआ कि इन पॉलिश राजनेताओं का डीसी पर कितना वर्चस्व है. मुझे एहसास हुआ कि हमारी राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है. हमें नये विचारों वाले कुछ नये चेहरों की जरूरत है. मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं और मैं राजनीतिज्ञ नहीं बनना चाहती हूं.
गौरतलब है कि रिपब्लिकन अमेरिकी प्रतिनिधि टॉम टिफ़नी ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वह बाल्डविन के खिलाफ नहीं लड़ेंगे. वहीं रिपब्लिकन के सबसे भावी उम्मीदवार गैलाघेर ने भी इस दौड़ में शामिल होने से इनकार कर दिया था. रवींद्रन ने कहा है कि उन्होंने 2016 और 2020 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था और 2024 में फिर से उनका समर्थन कर रही हैं.
aajtak.in