खालिस्तानियों ने अमेरिका में एक बार फिर हिंदू मंदिर को निशाना बनाया है. इस बार कैलिफोर्निया के हेवर्ड में स्थित शेरावाली मंदिर को निशाना बनाया गया है. अमेरिका में 14 दिन के अंदर यह दूसरा मामला सामने आया है, जब खालिस्तानियों ने हिंदू मंदिर पर हमला किया है.
खालिस्तानियों ने मंदिर को बोर्ड पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपशब्द भी लिखे हैं. हमले की जानकारी अमेरिका में हिंदुओं के लिए काम करने वाली संस्था हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने दी है.
मंदिर लीडर्स के संपर्क में हिंदू संस्था
बता दें कि इस इलाके में ही एक सप्ताह पहले शिव दुर्गा मंदिर पर हमले की धमकी दी गई थी, जिसके बाद अब शेरावाली मंदिर को निशाना बनाया गया है. HAF ने बताया है कि वह अमेरिकी सुरक्षाकर्मियों, सिविल राइट्स कार्यकर्ताओं के साथ-साथ मंदिरों का नेतृत्व करने वालों के साथ संपर्क में हैं.
कैलिफोर्निया में पहले भी हो चुकी घटना
बता दें कि इससे पहले 22 दिसंबर को अमेरिका में खालिस्तानियों ने हिंदू मंदिर को निशाना बनाया था. तब खालिस्तानियों ने घटना को कैलिफोर्निया के नेवार्क में अंजाम दिया था. घटना की तस्वीरें शेयर करते हुए अमेरिका के हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि खालिस्तानियों ने कैलिफोर्निया के नेवार्क में स्वामीनारायण मंदिर वासना संस्था को निशाना बनाया.
नेवार्क में दीवारों पर लिखे गए थे नारे
संस्था ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया था कि खालिस्तानियों ने मंदिर की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे. इस बात की जानकारी नेवार्क पुलिस के साथ-साथ सिविल राइट्स अफसरों को दी गई. हिंदू-अमेरिकन फाउंडेशन ने बताया था कि वह इस बात पर जोर दे रही है कि इस घटना की जांच पुलिस हेट क्राइम मानकर करे.
कनाडा में मंदिर में की गई थी तोड़फोड़
बता दें कि इस तरह की घटनाएं अमेरिका के साथ-साथ कनाडा में भी कई बार हो चुकी हैं. हाल ही में कनाडा में खालिस्तान चरमपंथियों ने आधी रात को सरे (Surrey) शहर में स्थित एक मंदिर में तोड़फोड़ की थी और मंदिर के मुख्य दरवाजे पर खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर जनमत संग्रह के पोस्टर चिपका दिए थे.
खालिस्तान जनमत संग्रह के लगाए थे पोस्टर
आरोपियों की यह हरकत मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी में भी कैद हो गई थी, जिसमें नजर आया था कि दो लोग मंदिर में आए. दोनों ने मुंह छिपा रखा था. नीली पगड़ी पहने शख्स ने मंदिर के मुख्य दरवाजे पर खालिस्तानी जनमत संग्रह के पोस्टर लगाए थे. इसके बाद दोनों वहां से फरार हो गए थे.
(रिपोर्ट: मोहित बब्बर)
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