28 मृत इजरायली बंधकों की भी होगी वापसी! हथियार डालेगा हमास, पीस प्लान पर ग्रीन सिग्नल के बाद गाजा में अब क्या-क्या बदलेगा?

गाजा बदलाव के अहम दौर से गुजर रहा है. गाजा जंग के अहम पक्षकार हमास ने ट्रंप के पीस प्लान पर हां तो कह दिया है. लेकिन इस पीस प्लान की असली परीक्षा अब शुरू होने वाली है. जब हमास को बंधकों को छोड़ना होगा, बदले में इजरायल को गाजा की जमीन खाली करनी होगी. सबसे बड़ी चुनौती तो तब आएगी जब हमास को अपने हथियार सरेंडर करने होंगे.

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इजरायल के 48 नागरिक अब भी हमास के कब्जे में हैं. (Photo: AFP) इजरायल के 48 नागरिक अब भी हमास के कब्जे में हैं. (Photo: AFP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 2:25 PM IST

7 अक्टूबर 2023 वो तारीख थी जब हमास के आतंकवादियों ने जश्न मना रहे इजरायलियों पर हमला किया था. हैरान कर देने वाले इस हमले में 1200 इजरायली मारे गए. इस हमले से निकली रेप, हत्या और नृशंस अत्याचार की कहानियों ने लोगों को गुस्से और गम से भर दिया. हमास ने इसी दौरान 250 से अधिक इजरायलियों को बंधक बना लिया. इनमें से कुछ बंधकों को हमास वापस कर चुका है.

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इसके बाद शुरू हुआ इजरायल का बदला और भी भयंकर और मानवता के लिए शर्मनाक था. इजरायल ने बदले की इस लड़ाई में अबतक 66 हजार फीलिस्तनियों को मार दिया है. हमास का सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व लगभग शून्य है. गाजा भयानक भुखमरी के दौर से गुजर रहा है. बच्चे और महिलाएं खाने के अभाव में बिलबिला रहे हैं. 

लेकिन लगभग दो साल पूरा होने के बाद अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसी सूचना दी है जिससे गाजा में अमन बहाली की उम्मीद बढ़ गई है. ट्रंप ने कहा है कि हमास इजरायल के बाकी बंधकों को रिहा करने के लिए राजी है. यानी हमास ने शांति समझौता स्वीकार कर लिया है. इसी के साथ ट्रंप ने इजरायल को गाजा में बमबारी रोकने को कहा है.

ट्रंप के ऑफर पर हमास ने क्या कहा?

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हमास को दिया गया ट्रंप का शांति प्रस्ताव रविवार को खत्म होने वाला था. इससे पहले हमास ने कहा है कि वह गाजा में गुप्त स्थान पर रखे गए सभी इजरायली बंदियों को, चाहे वे जीवित हों या मृत, रिहा करने पर सहमत है. हमास के पास इजरायल के 28 ऐसे कैदी हैं जिनकी मौत हो चुकी है, हमास इनके शवों को अभी भी अपने पास रखे हुआ है. अब हमास इनके मृत शरीर को भी इजरायल को सौंपेगा.

हमास ने कहा है कि वह इस शर्त पर सहमत हो रहा है ताकि युद्ध का अंत हो और इजरायली सेना गाजा पट्टी से पूरी तरह से हट जाए.

हमास ने यह भी कहा कि वह गाजा की सत्ता फीलिस्तीनी टेक्नोक्रेट्स के एक समूह को सौंप देगा.

हमास के निरस्त्रीकरण पर इस ग्रुप ने कहा है कि इस पर "एक व्यापक फीलिस्तीनी राष्ट्रीय ढांचे के भीतर चर्चा की जानी चाहिए, जिसमें हमास को भी शामिल किया जाए और वह इसमें पूरी जिम्मेदारी के साथ योगदान देगा. 

हमास की प्रतिक्रिया पर ट्रंप क्या बोले?

गाजा वॉर के अहम पक्षकार अमेरिका और इसके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास की प्रतिक्रिया का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि फीलिस्तीनी समूह 'टिकाऊ शांति' के लिए तैयार है. 

एक अहम घोषणा में उन्होंने कहा कि "इजरायल को गाजा पर बमबारी तुरंत रोकनी चाहिए" ताकि हम बंदियों को सुरक्षित रिहा करवा सकें ऐसे माहौल में ये किया जाना खतरनाक हो सकता है.

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ट्रंप ने कहा कि, "हम पहले से ही उन विवरणों पर चर्चा कर रहे हैं जिन पर काम किया जाना है. यह सिर्फ़ गाज़ा की बात नहीं है, यह मध्य पूर्व में लंबे समय से चाही जा रही शांति की बात है."

इसके बाद एक वीडियो मैसेज में ट्रंप ने कहा कि, "यह एक बड़ा दिन है. देखते हैं आगे क्या होता है. हमें अंतिम निर्णय ठोस रूप से लेना होगा, मैं आपको बस इतना बताना चाहता हूं कि यह एक बहुत ही खास दिन है... हर कोई इस युद्ध के अंत और मध्य पूर्व में शांति की कामना में एकजुट था, और हम इसे हासिल करने के बहुत करीब हैं."

इजरायल ने क्या कहा?

हमास और अमेरिका के बयान पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान जारी कर घोषणा की कि इजरायल सभी बंधकों की तत्काल रिहाई के लिए ट्रंप  योजना के पहले चरण के तत्काल कार्यान्वयन" के लिए तैयार है. इसके बाद प्रधानमंत्री ने इजरायल डिफेंस फोर्सेज को मौजूदा हमले को रोकने और पूरी तरह से रक्षात्मक रणनीति अपनाने का आदेश दिया है. 

प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इजरायल द्वारा निर्धारित सिद्धांतों के अनुसार युद्ध को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति और उनकी टीम के साथ पूर्ण सहयोग से काम करना जारी रखेंगे, जो युद्ध को समाप्त करने के ट्रंप के दृष्टिकोण के अनुरूप है.

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इस घोषणा के बाद लगभग 726 दिन से लहूलुहान गाजा में बहुत कुछ बदलने वाला है. 

हमास द्वारा गाजा पीस प्लान को स्वीकार करने के बाद 72 घंटों के अंदर ही हमास इजरायल के सभी 48 कैदियों को रिहा कर देगा. माना जाता है कि इन 48 कैदियों में 28 की मौत हो चुकी है, जबकि 20 जिंदा है. समझौते के तहत हमास इन मृत 28 इजरायली बंधकों के पार्थिव शरीर को भी इजरायल को वापस करेगा.

इजरायल भी इसके एवज में 2000 फीलिस्तनियों को रिहा करेगा. इनमें 250 उम्र कैद की सजा काट रहे कैदी हैं जबकि 1750 ऐसे लोग हैं जिन्हें इजरायल ने गिरफ्तार किया है.

इस समझौते के तहत शांति से जीवन गुजर-बसर करने की इच्छा रखने वाले हमास के सदस्यों को सरेंडर करने का मौका दिया जाएगा. उन्हें हथियार सौंपने की आजादी होगी. उन्हें माफी दी जाएगी. लेकिन हमास का कोई सदस्य अगर गाजा से बाहर जाना चाहता है तो उसे वहां जाने की आजादी होगी.

टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक हमास ने कहा है कि कैदियों के आदान-प्रदान के लिए जरूरी है कि आवश्यक परिस्थितियां तैयार हो. 

इजरायल गाजा सिटी पर नियंत्रण के लिए जमीन पर मौजूदगी जारी रखेगा लेकिन समझौते की शर्तों के मुताबिक वह अपनी सेना धीरे-धीरे हटाएगा.

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गाजा में भुखमरी, बीमारी और विस्थापन चरम पर है, जहां 20 लाख लोग संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं. वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार प्लान के तहत युद्ध समाप्ति  के पास गाजा में भोजन, पानी, बिजली और मेडिकल सहायता की शुरुआत हो जाएगी.

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