गोवा नाइटक्लब आगजनी मामले में मुख्य आरोपी बताए जा रहे सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को भारत लाने की प्रक्रिया अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है. दोनों भाई थाईलैंड के फुकेट शहर पकड़ने के बाद अब बैंकॉक के इमिग्रेशन डिविजन सेंटर में रखे गए हैं.
उनकी लोकेशन कन्फर्म होते ही भारतीय एजेंसियों ने तेजी से कांसुलर और इमिग्रेशन स्तर पर आवश्यक औपचारिकताएं शुरू कर दी हैं, ताकि उन्हें जल्द से जल्द भारत वापस लाया जा सके.
सूत्रों के मुताबिक, दोनों भाइयों को भारतीय दूतावास की ओर से इमरजेंसी ट्रैवल सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. यह दस्तावेज़ तब जारी किया जाता है जब किसी भारतीय नागरिक के पासपोर्ट, वीज़ा या अन्य यात्रा दस्तावेज़ उपलब्ध न हों या किसी कारण से वैध न हों, लेकिन उसे देश वापस भेजना आवश्यक हो. यह सर्टिफिकेट जारी होते ही दोनों की भारत वापसी का रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा.
भारतीय एजेंसियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि दस्तावेज़ी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी न हो. थाई इमिग्रेशन, स्थानीय पुलिस और भारतीय दूतावास के साथ लगातार समन्वय किया जा रहा है. माना जा रहा है कि जैसे ही इमरजेंसी ट्रैवल सर्टिफिकेट जारी होगा, अगला चरण केवल फ्लाइट शेड्यूल, सुरक्षा प्रोटोकॉल और हैंडओवर की तकनीकी प्रक्रियाओं का रह जाएगा.
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इन प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद लूथरा ब्रदर्स को सीधे भारत लाया जाएगा, जहां उन्हें गोवा नाइटक्लब अग्निकांड से जुड़े आरोपों के तहत संबंधित जांच एजेंसियों के सामने पेश किया जाएगा.
यह घटना तब सुर्खियों में आई जब क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हुई और जांच के दौरान क्लब संचालन में गंभीर लापरवाहियों के आरोप सामने आए. इसी मामले में दोनों भाई मुख्य आरोपित हैं और उनके खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी है.
अरविंद ओझा