अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शावरहेड और अन्य घरेलू उपकरणों में पानी के प्रेशर पर लगी लिमिटेशन को खत्म करने के लिए एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए हैं.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में इससे जुड़े दस्तावेज पर साइन करने से पहले कहा कि मैं अपने खूबसूरत बालों का ध्यान रखने के लिए बढ़िया शॉवर लेना चाहूंगा. मुझे पूरी तरह भीगने के लिए शॉवर के नीचे 15 मिनट तक खड़ा रहना पड़ता था, जो बेहूदा था.
इस संबंध में जारी व्हाइट हाउस फैक्ट शीट में कहा गया है कि यह आदेश अमेरिकियों को अत्यधिक रेगुलेशन से मुक्त करेगा. इन नियमों की वजह से लोगों के घरेलू सामान नौकरशाही के दुस्वप्न में तब्दील हो गए थे. ट्रंप ने वॉटर प्रेशर पर ओबामा-बाइडेन वॉर को खत्म करने की प्रतिबद्धता जताई थी और अमेरिका के शॉवर को फिर से महान बनाने की बात कही थी.
ट्रंप ने कहा कि हमें इन प्रतिबंधों से छुटकारा मिलने जा रहा है. ऐसी कई जगहें हैं जहां बहुत पानी है. बहुत पानी है. लोग घर खरीदते हैं, सिंक खोलते हैं लेकिन मुश्किल से पानी आता है. नहाने जाते हैं तो मुश्किल से पानी आता है. यह बेवजह के रिस्ट्रिक्शन हैं.
पूरा मामला क्या है?
1992 में अमेरिका में ऊर्जा नीति अधिनियम (Energy Policy Act) पारित किया गया था, जिसके तहत शावरहेड्स में पानी का प्रवाह 2.5 गैलन प्रति मिनट (GPM) तक सीमित कर दिया गया था. इसका मकसद पानी और ऊर्जा की बचत करना था.
ट्रंप ने शुरुआत से ही आलोचना करते हुए कहा था कि कम वॉटर प्रेशर की वजह से लोग ठीक से नहा नहीं पाते, खासकर उनके बाल धोने में दिक्कत होती है. उन्होंने 2019 और 2020 में कई रैलियों में इसे मजाकिया अंदाज में उठाते हुए कहा था कि लोगों को 10 बार शावर लेना पड़ता है क्योंकि पानी की धार कमजोर है.
ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी नियमों में ढील बरतने की कोशिश की थी लेकिन सफल नहीं रहे थे. अब ट्रंप ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाते हुए मेक अमेरिका शावर ग्रेट अगेन का नारा दिया.
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