चीन के उत्तर-पश्चिमी गांसू प्रांत के कुछ हिस्सों में अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग लापता हैं. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अधिकारियों को बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का निर्देश दिया है. युझोंग काउंटी गुरुवार से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जलमग्न हो गई है.
फ्लैश फ्लड के कारण लान्झोउ सिटी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ है. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मूसलाधार बारिश के कारण जिंगलोंग पर्वतीय क्षेत्र में बिजली और फोन सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे चार गांवों के 4000 से अधिक निवासियों का मुख्य शहर से संपर्क टूट गया है. रेस्क्यू टीमें प्रभावित गांवों तक पहुंचने का प्रयास कर रही हैं.
चीन में 150 साल बाद अगस्त में इतनी बारिश
गांसू में यह आपदा ऐसे समय आई है जब चीन के अन्य हिस्से दशकों में सबसे भारी बारिश से जूझ रहे हैं. दक्षिणी गुआंग्डोंग प्रांत में बचाव दल मलबा हटाने, नालियों को खोलने और शहरी सड़कों से पानी निकालने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं. अधिकारियों ने इसे 19वीं सदी के बाद से अगस्त की सबसे खराब बारिश बताया है. बाढ़ के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, पेड़ गिर गए हैं और कुछ क्षेत्रों में अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिसिटी केबल बाहर आ गए हैं.
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश के कारण उड़ानें बाधित हुई हैं- गुआंगजौ के बैयुन हवाई अड्डे पर बुधवार को 360 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं और 300 से अधिक विलंबित हुईं. बाढ़ का पानी उतरने के बाद संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने चिकनगुनिया के मामलों में बढ़ोतरी की चेतावनी दी है, जो बाढ़ के पानी में पनपने वाले मच्छरों से फैलता है. इस साल गुआंगजौ में अब तक 7,000 से ज्यादा चिकनगुनिया के मामले सामने आ चुके हैं.
वैज्ञानिकों ने बताया जलवायु परिवर्तन का असर
चीन में जुलाई से ही भारी बारिश हो रही है. ईस्ट एशियन मानसून उत्तर और दक्षिण में स्थित बना हुआ है. मौसम विज्ञानी इस बदलते वेदर पैटर्न को जलवायु परिवर्तन से जोड़ रहे हैं, जिसने हजारों लोगों को विस्थापित किया है, कृषि भूमि को नष्ट किया है, और अरबों डॉलर के बुनियादी ढांचे और फसलों को खतरे में डाल दिया है. चीन की सरकार ने गुआंग्डोंग, हेबेई और इनर मंगोलिया सहित भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित प्रांतों के लिए आपदा राहत के तौर पर 1 बिलियन युआन (139 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक की राशि आवंटित की है.
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