'हमास से जुड़े ग्रुप से फंडिंग ली...', जोहरान ममदानी पर उनकी ही गुरु ने लगाया सनसनीखेज आरोप, बढ़ा विवाद

फिलिस्तीनी-अमेरिकी एक्टिविस्ट लिंडा सरसूर ने दावा किया है कि काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशन्स (CAIR) ने जोहरान ममदानी के इलेक्शन कैंपेन को फंड किया है. सरसूर ममदानी की तरह डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका की सदस्य हैं और उनकी अच्छी दोस्त भी हैं. अब वो कह रही हैं कि ममदानी अगर जीतते हैं तो उन्हें उन लोगों के हित में काम करना होगा जिन्होंने उन्हें जिताया है.

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लिंडा सरसूर ममदानी की राजनीतिक गुरु मानी जाती हैं (Image: Sarsour/Instagram) लिंडा सरसूर ममदानी की राजनीतिक गुरु मानी जाती हैं (Image: Sarsour/Instagram)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:01 PM IST

फिलिस्तीनी-अमेरिकी एक्टिविस्ट लिंडा सरसूर ने दावा किया है कि काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशन्स (CAIR) ने जोहरान ममदानी के न्यूयॉर्क सिटी मेयर इलेक्शन कैंपेन को मुख्य रूप से फंड किया है. CAIR फिलिस्तीन के हथियारबंद समूह हमास से कथित संबंधों को लेकर अमेरिकी संसद, कांग्रेस की जांच के घेरे में है.

ममदानी डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार हैं जो न्यूयॉर्क सिटी मेयर इलेक्शन की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं. चुनाव के नतीजे 4 नवंबर को घोषित किए जाने हैं.

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सरसूर डेमोक्रेट उम्मीदवार की राजनीतिक मार्गदर्शक भी हैं. द न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार सरसूर ने कहा कि ममदानी के राजनीतिक उभार में उन्होंने और हमास से जुड़े CAIR एनजीओ ने अहम भूमिका निभाई.

रिपोर्ट के मुताबिक, सरसूर ने CAIR फंडेड यूनिटी एंड जस्टिस फंड PAC का नाम लिया और इसे 'न्यूयॉर्क में प्रो-जोहरान सुपर PAC को दान देने वाला सबसे बड़ा डोनर' बताया.

पब्लिक रिकॉर्ड्स के अनुसार, यूनिटी एंड जस्टिस PAC ने इस चुनाव में करीब 30 लाख डॉलर के कुल फंड में से 1,20,000 डॉलर (लगभग 1 करोड़ रुपये) न्यूयॉर्क स्थित लोअर कॉस्ट्स PAC को दिए, जो ममदानी के समर्थन में काम कर रहा है.

CAIR पर जांच और विवाद

CAIR वर्तमान में अमेरिकी सांसदों एलिस स्टीफैनिक और टॉम कॉटन की तरफ से जांच के दायरे में है. इन सांसदों ने अमेरिकी ट्रेजरी विभाग से इस बात की जांच करने का आग्रह किया है कि कहीं यह गैर-लाभकारी संगठन हमास से तो फंड नहीं ले रहा. अमेरिका ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है.

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द न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी संसद की सुनवाई में यह दावा किया गया कि इस गैर-लाभकारी संस्था को शुरू में हमास ने 'सीड मनी' दी थी.

सोमवार को सामने आए एक वीडियो में, हमास समर्थक मानी जाने वाली सरसूर ने संकेत दिया कि चुनाव खत्म होने के बाद वो ममदानी के राजनीतिक सफर और उनके फंडिंग सोर्सेज के बारे में विस्तार से बताएंगी.

45 साल की सरसूर ममदानी की तरह डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका की सदस्य हैं और उनकी अच्छी दोस्त भी हैं. उन्होंने कहा कि अगर ममदानी ने अपने मार्क्सवादी वादों को पूरा नहीं किया, तो उनके समर्थक खुलकर बोलेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर ममदानी चुनाव जीतते हैं तो उन्हें और उनके समर्थकों को इसका श्रेय देना होगा.

उन्होंने कहा, 'जब जोहरान जनवरी में शपथ लेंगे और हम इस नए मेयर के साथ आगे बढ़ेंगे, तो हमें उनका आलोचक बनना होगा. जोहरान को अपने आलोचकों से कहना होगा कि ये वही लोग हैं, यही कार्यकर्ता हैं, यही आयोजक हैं जिनकी वजह से मैं यहां तक पहुंचा हूं और मैं इन्हीं के प्रति जवाबदेह हूं.'

ममदानी ने जून में डेमोक्रेटिक प्राइमरी में पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को हराया था. मंगलवार के चुनाव में ममदानी का सामना स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ रहे कुओमो और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा से होने जा रहा है. 

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