तमाम शाही परंपराओं को पूरा करने के बाद ब्रिटेन की महारानी Queen Elizabeth-2 का पार्थिव शरीर मंगलवार रात करीब 1.40 बजे (भारतीय समयानुसार) दफनाया गया. लंदन के Westminster Abbey में शाही रस्मों के साथ अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई. इस दौरान परिवार के लोग मौजूद रहे. इससे पहले उनके ताबूत को विंडसर कैसल में रॉयल वॉल्ट में उतारा गया.
कैसल रॉयल वॉल्ट से पहले उनके कॉफिन को स्टेट गन कैरिज ले जाया गया. यहां रॉयल फैमिली भी मौजूद थी, जो कॉफिन के साथ चलती रही. भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत दुनियाभर से करीब 2000 वीवीआईपी महारानी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
बीबीसी के मुताबिक देर रात करीब 1.40 बजे (भारतीय समयानुसार) महारानी एलिजाबेथ-II का पार्थिव शरीर दफनाया गया. इस बात का ऐलान शाही परिवार की ओऱ से किया गया है.
125 सिनेमा हॉल में हुआ लाइव प्रसारण
लंदन में Queen Elizabeth II को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा ब्रिटेन उमड़ पड़ा. यहां आम जिंदगी थम सी गई. पार्लियामेंट स्क्वायर से विक्टोरिया स्ट्रीट तक जहां तक देखों वहां लोग ही लोग नजर आए. ब्रिटेन के लोग सबसे ज्यादा शासन करने वाली महारानी की आखिरी झलक पाने के लिए इकट्ठा हुए. देशभर के 125 सिनेमा हॉल में महारानी के अंतिम संस्कार का लाइव प्रसारण किया गया.
भारत की राष्ट्रपति मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम विदाई समारोह में शामिल होने के लिए ब्रिटेन पहुंचीं. वह 17 सितंबर को ब्रिटेन पहुंच गई थीं. दिवंगत रानी के ताबूत को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा गया था. राष्ट्रपति मुर्मू ने दिवंगत महारानी के अंतिम दर्शन किए और भारत की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एलिजाबेथ द्वितीय की शोक पुस्तिका में संदेश भी लिखा.
8 सितंबर को हुआ था निधन
महारानी एलिजाबेथ-II का निधन 8 सितंबर को हो गया था. वे 96 साल की थीं. एलिजाबेथ 1952 में ब्रिटेन की महारानी बनी थीं. वे 70 साल तक महारानी रहीं. एलिजाबेथ सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं 15 और देशों की भी क्वीन थीं. उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दुनिया भर से आए राजा, राजकुमार, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री लंदन में इकट्ठा हुए थे.
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