पाकिस्तान परस्त अमेरिकी सांसद इल्हान उमर के हिन्दूफोबिक (हिन्दुओं से भय वाले) प्रस्ताव पर अमेरिकी संसद में जबरदस्त प्रौपगैंडा चल रहा है. अमेरिका की एक हिन्दू संस्था ने अमेरिकी संसद से अनुरोध किया है कि अमेरिकी कांग्रेसवूमन इल्हान उमर द्वारा पेश हिन्दूफोबिक प्रस्ताव को खारिज किया जाए. इस संस्था का कहना है कि इल्हान उमर का ये प्रस्ताव भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड की अनुचित और बेइमानीपूर्वक निंदा करता है और इसका कोई आधार नहीं है.
बता दें कि इल्हान उमर के इस प्रस्ताव में अमेरिकी सरकार से अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (USCIRF) की सिफारिशों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है. इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता कानून के तहत भारत को विशेष चिंता वाले देशों (CPC) की कैटेगरी में रखने का अनुरोध किया गया है.
गौरतलब है कि USCIRF की सिफारिशें अमेरिकी सरकार के विदेश विभाग के लिए बाध्यकारी नहीं हैं और पिछले कई वर्षों से लगातार अमेरिकी प्रशासन ने ऐसी सिफारिशों की अनदेखी की है.
पाक समर्थक MP इल्हान उमर का एक और प्रोपगैंडा, US संसद में लेकर आई एंटी-इंडिया प्रस्ताव
भारत के लिए पैरवी करने वाली संस्था हिन्दू पैक्ट के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती ने कहा कि कांग्रेस वूमन इल्हान स्पष्ट रूप से जमात-ए-इस्लामी और मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़े समूहों की बात कर रही हैं. एक निर्वाचित प्रतिनिधि, जिसने अमेरिका के संविधान के प्रति वफादारी की शपथ ली है, के द्वारा ऐसा किया जाना बेहद दुखद है.
हिंदूपैक्ट के उत्सव चक्रवर्ती ने कहा कि उमर मिनेसोटा की राजनीतिक रूप से एक विवादास्पद डेमोक्रेटिक महिला सांसद हैं, जिन्हें अतीत में उनकी यहूदी विरोधी टिप्पणियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा झेलनी पड़ी थी.
उत्सव चक्रवर्ती ने कहा कि यह पहली बार नहीं है - न ही यह आखिरी बार होगा. वह पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों का प्रदर्शन करते हुए अपने हिंदू विरोधी और भारत विरोधी पूर्वाग्रह दिखाती रहती हैं. बता दें कि अप्रैल में उमर ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ फोटो खिंचवाने के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का दौरा किया था. इसी महीने USCIRF ने पूर्वाग्रह से भरे एक रिपोर्ट को जारी किया था. इल्हान उमर ने अपने प्रस्ताव में कई बार इस रिपोर्ट का जिक्र किया था. गौरतलब है कि इल्हान उमर कुछ ही दिन पहले यानी कि अप्रैल महीने में पाकिस्तान आई थीं और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की थीं. इसके अलावा वह पाक अधिकृत दौरे पर भी गई थीं,
वर्ल्ड हिंदू काउंसिल ऑफ अमेरिका (वीएचपीए) के अध्यक्ष और हिंदूपैक्ट के संयोजक अजय शाह ने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप में भू-राजनीतिक हलचल पर सामान्य नजर रखने वाला व्यक्ति भी कहेगा कि इस प्रस्ताव के बहुत गहरे और भयावह इरादे हैं.
उन्होंने कहा कि उमर ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री, इमरान खान के अमेरिकी-नफरत वाले पाकिस्तानी शासन से अपना वैचारिक खुराक लिया है. यह सवाल उठता है कि क्या सांसद उमर को इमरान खान ने कोचिंग दी थी? वर्ल्ड हिंदू काउंसिल ऑफ अमेरिका ने कहा है कि हम मांग करते हैं कि इल्हान उमर अपना पाकिस्तानी कनेक्शन खत्म करें. बता दें कि USCIRF की सिफारिशों को सिरे से खारिज कर दिया है.
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