कोरोना संक्रमण के मामले में अमेरिका अभी भी नंबर वन पर है. वहां सक्रिय केस भारत के मुकाबले लगभग पौने 2 गुना ज्यादा है. लेकिन अमेरिका ने मास्क से मुक्ति का ऐलान कर दिया है.
अमेरिका, मास्क पहनने से छूट देने की ये रियायत दे सका है क्योंकि उसने अपने 60 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक डोज दे दी है. जिन लोगों को वैक्सीन लग गई है, वो अब सामान्य जीवन जी सकते हैं.
2020 में जिस अमेरिका में कोरोना की मार दुनिया की सबसे बड़ी खबर बनी थी. वो अमेरिका अब टीका लगवा चुके लोगों के लिए मास्क से मुक्ति की घोषणा कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि कुछ देर पहले CDC ने घोषणा की है कि जिन लोगों को वैक्सीन पूरी तरह से लग चुकी है. उन्हें अब मास्क लगाने की कोई जरुरत नहीं है.
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अमेरिका में युद्धस्तर पर वैक्सीनेशन
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानी CDC ने मास्क से मुक्ति का ऐलान वैक्सीन के असर पर सामने आए आंकड़ों के 2 हफ्तों बाद किया है. कोरोना में अमेरिका के हालात बेहद तेजी से बदले क्योंकि उसने वैक्सीनेशन को युद्धस्तर पर अंजाम दिया.
CDC की डायरेक्टर रोशेल वैलेंस्की पहले ही कह चुकी थीं कि अगर आप पूरी तरह से वैक्सीनेटड हैं तो आप अपने वो सारे काम शुरू कर सकते हैं जो आपने इस महामारी में रोक दिया था. हमारी वैक्सीन के लिए लगातार लिए जा रहे वैज्ञानिक डेटा के आधार पर और ये समझने के बाद कि कैसे ये वायरस फैलता है. हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं.
114 दिनों में 25 करोड़ वैक्सीन डोज
कोरोना में अमेरिका में हालात बेहद तेजी से बदले क्योंकि उसने वैक्सीनेशन को युद्धस्तर पर अंजाम दिया. बीते 4 महीनों में अमेरिका 5.5% से बढ़ाकर 60% आबादी को कम से कम एक वैक्सीन डोज लगा चुका है. अमेरिका में 114 दिनों में 25 करोड़ वैक्सीन डोज दी गई.
अभी भी अमेरिका में एक बड़ी आबादी है जिसे वैक्सीन लगनी बाकी है, इसलिए मास्क की पाबंदी उनके लिए जारी रहेगी.
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आगे कहा कि अगर आपने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं ली है, या आपने वैक्सीन की अभी पहली डोज ली है या फिर आप दोनों डोज लगने के बाद दो हफ्तों के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं. तो आपको अभी मास्क लगाना है.
अमेरिका को अभी वैक्सीन का अपना अभियान जारी रखना है लेकिन उसकी अभी तक की उपलब्धि का नतीजा ये हुआ है कि अमेरिका के 50 राज्यों में से 49 में कोरोना के केस घट गए हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक अप्रैल 2020 के मुकाबले अस्पतालों में अभी सबसे कम मरीज हैं. मौतों में 80% की कमी आ गई है और ये भी अप्रैल 2020 से सबसे कम स्तर पर है.
भारत में सिर्फ 4 करोड़ को ही डबल डोज
अमेरिका के उलट भारत की तस्वीर एकदम उल्टी है. भारत में 118 दिनों में तकरीबन 18 करोड़ लोगों को वैक्सीन डोज लगी है, जिनमें सिर्फ 4 करोड़ ही ऐसे हैं जिन्हें दोनों डोज लगी है.
हालांकि देश में कोरोना संकट के बीच दिसंबर तक कोविड वैक्सीन की किल्लत पूरी तरह से खत्म होने के आसार हैं. नीति आयोग के एक सदस्य ने दावा किया है कि इस साल अगस्त से दिसंबर के बीच देश में कोविड-19 वैक्सीन की करीब 216 करोड़ डोज का उत्पादन हो सकता है जिससे हर किसी को वैक्सीन उपलब्ध हो सकता है.
सरकार की शीर्ष थिंक टैंक माने जाने वाली संस्था नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने दावा करते कहा कि अगस्त से दिसंबर के बीच भारत में कोविड-19 वैक्सीन की 216 करोड़ से ज्यादा डोज उपलब्ध हो जाएगी. उन्होंने बताया कि रूस का स्पुतनिक टीका अगले हफ्ते से बाजार में उपलब्ध हो जाएगा.
देश में अब तक 2 वैक्सीन ही लोगों को लगाई जा रही थी, लेकिन रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी को आज शुक्रवार को हैदराबाद में लॉन्च कर दिया गया. आज देश में स्पुतनिक वी वैक्सीन देने की शुरुआत कर दी गई. डॉक्टर पाल ने बताया कि स्पुतनिक वी का जुलाई से भारत में ही उत्पादन शुरू हो जाने की उम्मीद है.
आजतक ब्यूरो
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