ईरान द्वारा पाकिस्तान के अंदर ड्रोन और मिसाइलों से आतंकवादी समूह के मुख्यालय पर किए गए हमले के एक दिन बाद अब पाकिस्तान ने पलटवार किया है. पाकिस्तान ने दावा है कि उसने ईरान के अंदर जवाबी हमला किया है जो बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया. पाकिस्तान इन दोनों संगठनों को आतंकी संगठन मानता है.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इस हमले में सात आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया है और इसका कथित वीडियो भी सामने आया है.
ईरान का बयान
वहीं पहली बार ईरान ने इस हमले को लेकर प्रतिक्रिया दी है. ईरान ने कई औपचारिक रूप से हमलों की पुष्टि की है. सारावन प्रांत के एक डिप्टी गवर्नर जनरल ने सरकारी न्यूज एजेंसी आईआरएनए को बताया कि ईरान के अशांत सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में सारावन शहर के पास कई धमाकों की आवाज सुनी गई. उन्होंने कहा कि अधिकारी धमाकों की जांच कर रहे हैं.
पाकिस्तान का बयान
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भी इस एयरस्ट्राइक को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया है. बयान के मुताबिक, आज सुबह पाकिस्तान ने ईरान के सीस्तान-ओ-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ 'ऑपरेशन मार्ग बार सरमाचर' के तहत लक्षित सटीक सैन्य हमलों की एक सीरीज शुरू की. इंटेलिजेंस-आधारित ऑपरेशन का कोडनेम 'मार्ग बार सरमाचर' था. इस दौरान कई आतंकवादी मारे गए. पाकिस्तान के बयान के मुताबिक उसके कई बार ईरान को इन आतंकी समूहों के बारे में जनाकारी दी और सबूत भी दिए लेकिन उसने कोई एक्शन नहीं लिया.
इस बयान में कहा गया है, 'पाकिस्तान सदस्य देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों और उद्देश्यों पर कायम है. इन सिद्धांतों द्वारा निर्देशित, और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने वैध अधिकारों का प्रयोग करते हुए, पाकिस्तान कभी भी किसी भी बहाने या परिस्थिति में अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती नहीं देने देगा. ईरान एक भाईचारा वाला देश है और पाकिस्तान के लोग ईरानी लोगों के प्रति बहुत सम्मान और स्नेह रखते हैं.'
पाकिस्तान के आरोप
पाकिस्तान का दावा है कि बलूचिस्तान लिबरेशन फ़्रंट और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ईरान में रहकर पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचते हैं और हमले करते हैं और ईरान ऐसे संगठनों को आश्रय देकर उनकी मदद करता है. वहीं ईरान ऐसे दावों का हमेशा खंडन करता आया है.
बलूच करते हैं पाकिस्तान का विरोध
दरअसल उत्तर में बलूचिस्तान की सीमा अफगानिस्तान तथा पश्चिम में ईरान से सटी हुई है. बलूचिस्तान हमेशा से ही खनिज संसंधानों से संपन्न प्रांत रहा है. बलूच हमेशा पाकिस्तान से अपनी आजादी की मांग करते रहे हैं और अपने इलाके से महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों को निकालने का विरोध करते हैं. पहले यहां पाकिस्तान खनिज संसाधनों का दोहन करता था और बाद में उसने चीन को इसकी अनुमति दे दी, तब से बलूच नागरिकों का विरोध और बढ़ गया है. इसी विरोध के चलते BLA और BLF जैसे संगठन पाकिस्तानी सैन्य बलों तथा चीनी सैनिकों को निशाना बनाते रहे हैं.
ईरान ने की थी पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक
इससे पहले पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर की गई ईरान की एयरस्ट्राइक में दो बच्चों की मौत हो गई थी जबकि तीन अन्य घायल हो गए थे. इसके बाद पाकिस्तान ने ‘अपने हवाई क्षेत्र के उल्लंघन’ की कड़ी निंदा करते हुए ईरान के प्रभारी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया था. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि ईरान का यह कृत्य उसके ‘हवाई क्षेत्र का अकारण उल्लंघन’ है. इसके बाद पाक समर्थित आतंकी संगठन ने एक ईरानी सैन्य अफसर की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
aajtak.in