बंगाल के बनगांव SIR के खिलाफ रैली को संबोधित कर लौट रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को उत्तर 24 परगना के बारासात में प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया और न्याय की मांग करने लगे. इसके बाद ममता बनर्जी खुद गाड़ी से उतरीं और मृतक के परिजनों से मुलाकात की. मृतक के परिजनों ने बारासात मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पर आंख निकालने का आरोप लगाया है.
प्रदर्शनकारी 34 वर्षीय प्रीतम घोष के परिजन थे जो बारासात अस्पताल पर मृतक की आंखें निकालने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर न्याय और मामले की जांच की मांग कर रहे थे. घोष की बारासात राज्य सामान्य अस्पताल में मृत्यु हो गई थी और उनके परिवार का दावा था कि उनकी आंखें गायब थीं.
CM ने दिया जांच का निर्देश
CM ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया. उन्होंने अपने मुख्यमंत्री कोटे से परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और परिवार को मुआवजा देने की भी घोषणा की.
ममता बनर्जी ने कहा, 'मैंने गहन जांच के निर्देश दिए हैं. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी. हम ये सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले.'
दरअसल, प्रीतम घोष को कुछ दिन पहले बारासात स्टेट जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए लाने पर परिजनों ने दावा किया कि उनकी दोनों आंखें गायब हैं. इसके बाद से ही परिजन और इलाके के लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे थे.
SIR के विरोध में रैली को किया संबोधित
आपको बता दें कि ममता बनर्जी मंगलवार को एसआईआर के विरोध में आयोजित रैली को संबोधित किया, जहां उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि SIR के नाम पर बंगाल के लोगों को डराया जा रहा है और एसआईआर को राजनीतिक मकसद से किया जा रहा है.'
उन्होंने कहा, 'बीजेपी मेरे खेल में मुझसे लड़ नहीं सकती, मुझे हरा नहीं सकती. अगर BJP ने बंगाल में मुझ पर हमला करने की कोशिश की, तो मैं पूरे भारत में उसकी नींव हिला दूंगी.'
अनिर्बन सिन्हा रॉय