कोलकाता: फर्जी ईडी अफसर बनकर कारोबारी से करोड़ों वसूले, असली ED ने दो जालसाजों को किया अरेस्ट

कोलकाता के ईडी अधिकारियों ने दो ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार किया है जो खुद को ईडी का अधिकारी बताते थे. आरोपी फॉर्च्यूनर एसयूवी में ईडी बोर्ड प्लेट लगाकर घूमते थे और इनके निशाने पर अक्सर कारोबारी होते थे.

Advertisement
ईडी ने दो आरोपियों को कोलकाता से किया गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर) ईडी ने दो आरोपियों को कोलकाता से किया गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर)

दिव्येश सिंह

  • कोलकाता,
  • 03 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 3:49 AM IST

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता में दो ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार किया है जो खुद को ED अधिकारी बताकर कारोबारियों से करोड़ों रुपये की वसूली कर रहे थे. मुख्य आरोपी जिन्नर अली और उसका साथी सिन्नर अली पिछले दो वर्षों से फर्जी पहचान के सहारे व्यापारियों को धमका कर पैसे ऐंठ रहे थे.

जिन्नर अली और सिन्नर अली एक फॉर्च्यूनर SUV से घूमते थे, जिस पर नकली ईडी का बोर्ड लगा होता था. इन दोनों ने रबींद्रसानी के एक रेत खनन व्यवसायी से 1.3 करोड़ रुपये वसूले. यह ठगी 2023 से लेकर जून 2025 तक चली. इसके अलावा उन्होंने खुद को एंटी ट्रैफिकिंग कमेटी का मुखिया बताकर भी अन्य व्यापारियों को धमकाया.

Advertisement

पेशेवर थे दोनों ठग

इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि जिन्नर अली और सिन्नर अलीइन जालसाजों की कार्यशैली बेहद पेशेवर थी. वे व्यापारियों को समन जारी करके सीजीओ कॉम्प्लेक्स या सरकारी दफ्तरों में  बुलाकर ईडी कार्रवाई की धमकी देते थे. ये धमकी देते थे कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो कारोबारियों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए जाएंगे और संपत्तियां जब्त कर दी जाएंगी.

यह भी पढ़ें: सेना में नौैकरी दिलाने के नाम पर शख्स से 5 लाख की ठगी, बिहार से दिल्ली बुलाकर लगाया चूना

जांच में जुटी एजेंसी

एक रेत व्यवसायी से उन्होंने 20 लाख रुपये एक कंपनी के खाते में ट्रांसफर भी करवाए थे. अब जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि उस खाते का अंतिम लाभार्थी कौन था.

ईडी सूत्रों के मुताबिक इस गिरोह के शिकार कई अन्य व्यापारी भी हो सकते हैं. एजेंसी ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement