पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) प्रक्रिया में कठिनाई या चिंता का सामना कर रहे नागरिकों की सहायता के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर शुरू करने की घोषणा की है.
बताया जा रहा है कि पार्टी ने ये कदम विशेष रूप से सीमावर्ती इलाकों में मतदाताओं के बीच दस्तावेजों और सत्यापन प्रक्रिया को लेकर फैली चिंता की रिपोर्टों के कारण उठाया गया है. पार्टी का लक्ष्य इस हेल्पलाइन के माध्यम से सीधे लोगों को सहायता प्रदान करना है. इसका उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि कोई भी योग्य मतदाता तकनीकी या दस्तावेजीकरण के मुद्दों के कारण मतदान सूची में शामिल होने न चूके.
ये हेल्पलाइन सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक उपलब्ध रहेगी. इस समय के दौरान नागरिक SIR प्रक्रिया से संबंधित अपनी कठिनाइयों या सवालों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. पार्टी की ये पहल मतदाताओं को प्रक्रिया को समझने और आवश्यक दस्तावेज पूरे करने में मदद करेगी.
बंगाल समेत 12 राज्यों में SIR
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने 27 अक्टूबर को प्रेस वार्ता कर पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूचियों के विशेष गहन संशोधन (SIR) की शुरुआत की थी.
प्रेस वार्ता में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि ये दूसरा चरण होगा, जिसमें पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह तथा लक्षद्वीप शामिल हैं. इस अभियान का उद्देश्य मतदाता सूचियों को अपडेट करना, डुप्लिकेट नाम हटाना और नए मतदाताओं को जोड़ा जाएगा जो 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले आवश्यक है.
आयोग ने स्पष्ट किया कि 2002-2004 की पुरानी सूचियों से नामों का मिलान कर कोई भी पात्र मतदाता बाहर नहीं होगा.
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में एन्यूमरेशन फेज शुरू कर 4 नवंबर से SIR की प्रक्रिया शुरू कर दी. ये अभियान 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा, उसके बाद 9 दिसंबर को मसौदा सूची जारी होगी और अंतिम सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी. तृणमूल कांग्रेस ने इसका विरोध किया है, जबकि भाजपा ने समर्थन जताया है.
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