रात में कॉल, डबल एंट्री, अचानक आदेश... चुनाव आयोग पर भड़के बंगाल के BLOs

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी और हावड़ा के BLOs ने चुनाव आयोग पर अत्यधिक व अनुचित काम के दबाव का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. अचानक डिजिटल डेटा-एंट्री आदेश, दोहरी एंट्री, रात में फोन कॉल और बढ़ते बोझ से नाराज़ BLOs ट्रेनिंग से वॉकआउट कर गए और कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी.

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अचानक डिजिटल एंट्री के आदेश पर सिलीगुड़ी-हावड़ा में हंगामा किया (File Photo: PTI) अचानक डिजिटल एंट्री के आदेश पर सिलीगुड़ी-हावड़ा में हंगामा किया (File Photo: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:52 AM IST

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी और हावड़ा में शनिवार को कई ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों (BLOs) ने निर्वाचन आयोग (EC) द्वारा उन पर डाले जा रहे "असहनीय और अनुचित" कार्य दबाव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने देर रात के निर्देश और अचानक डिजिटल डेटा एंट्री के आदेशों से परेशान होने का आरोप लगाया.

सिलीगुड़ी के दीनबंधु मंच प्रशिक्षण केंद्र में चल रहे एक डिजिटल डेटा-एंट्री प्रशिक्षण सत्र के दौरान विरोध प्रदर्शन ने अराजक रूप ले लिया, जब कई BLOs ने नारे लगाते हुए प्रशिक्षण से वॉकआउट कर दिया.

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प्रदर्शनकारियों का दावा है कि चुनाव निकाय ने "अचानक" उन्हें डिजिटल डेटा एंट्री पर जाने और तत्काल प्रशिक्षण लेने का निर्देश दिया, जिसे इतने कम समय में संभालना उनके लिए असंभव है. कई अधिकारियों ने आरोप लगाया कि दिन-ब-दिन नई जिम्मेदारियां जोड़ी जा रही हैं, जिससे कार्यभार असहनीय होता जा रहा है. कुछ ने यह भी दावा किया कि उन्हें आयोग से "देर रात तक" कॉल आते हैं, जिससे उनका निजी जीवन बाधित हो रहा है.

बीएलओ की परेशानी की वजह

हावड़ा में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन की सूचना मिली. शुक्रवार को, शिबपुर विधानसभा क्षेत्र के 240 BLOs को टिकीयापाड़ा में एक सरकारी कार्यालय में डेटा-एंट्री प्रशिक्षण लेना था.

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उन्होंने शिकायत की कि उन्हें डेटा को एक बार मैन्युअल रूप से और फिर डिजिटल रूप से दो बार दर्ज करने के लिए कहा जा रहा है. इसके अलावा, उन्हें कम समय में बड़ी संख्या में फॉर्म EC को जमा करने पड़ रहे हैं.

BLOs ने यह भी आरोप लगाया कि कई बुजुर्ग अधिकारी टेक्नोलॉजी से अपरिचित हैं और इस बदलाव के साथ दिक्कत का सामना कर रहे हैं.

डबल वर्क की शिकायत

एक शिक्षक और प्रदर्शनकारी BLO, सहेली नस्कर ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, "हमें स्कूल में कक्षाएं लेनी पड़ती हैं और फिर दबाव में EC का काम खत्म करने के लिए भागना पड़ता है. हम इतना भार नहीं संभाल सकते. अब वे हमें डिजिटल डेटा-एंट्री प्रशिक्षण लेने के लिए मजबूर कर रहे हैं. हम ऐसे दबाव में डिजिटल डेटा एंट्री नहीं करेंगे. हम इस काम का बहिष्कार कर रहे हैं."

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एक अन्य प्रदर्शनकारी शिक्षक-BLOs, प्रकाश माझी ने कहा, "हमें लगभग 200 फॉर्म मैन्युअल और डिजिटल दोनों तरह से भरने के लिए कहा जा रहा है. हम यह दबाव नहीं ले सकते. जरूरत पड़ी तो हम जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपेंगे." बंगाल में, मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) के तहत घर-घर जाकर फॉर्म वितरित करने के लिए 80,000 से अधिक BLOs को लगाया गया है.

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(PTI इनपुट्स के साथ)

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