कोडीन कफ सिरप मामले में SIT ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस केस में किंगपिन विभोर राणा को 2016 में कफ सिरप बनाने का लाइसेंस मिला था. इसके अलावा रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि अखिलेश यादव सरकार के दौरान संदिग्ध फर्मों को भी लाइसेंस जारी किए गए थे.