देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2024-25 का वार्षिक बजट पेश कर दिया है. इस बजट में योगी सरकार ने अयोध्या में रामलला के विराजमान होने के बाद शहर के विकास के लिए अपना खजाना खोल दिया है.
अयोध्या में 'महर्षि वाल्मीकि अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम' के विस्तार के लिए योगी सरकार ने 150 करोड़ रुपये का बजट रखा है. हवाई पट्टियों के निर्माण, विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिए जमीन की जो जरूरत होगी उसके लिए बजट में 1100 करोड़ की व्यवस्था की गई है.
वहीं योगी सरकार ने इस बजट में अयोध्या में सरकारी आर्युवेदिक कॉलेज बनाने का भी फैसला लिया है. इसके अलावा राजकीय आयुष महाविद्यालयों और अस्पतालों में औषधियों की समुचित व्यवस्था भी की जाएगी.
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य और पर्यटकों-श्रद्धालुओं की संख्या में संभावित बढ़ोतरो की देखते हुए मंदिर की तरफ जाने वाले 3 सड़कों का चौड़ीकरण/सौन्दर्याकरण का कार्य किया जाएगा. इसके अलावा 6 स्थानों पर पार्किग और जन सुविधाओं का भी विकास कार्य किया जाएगा.
अयोध्या में अन्तर्राष्ट्रीय रामायण और वैदिक शोध संस्थान के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव इस बजट में रखा गया है. उत्तर प्रदेश में साल 2023 में जनवरी से अक्टूबर तक 37 करोड़ 90 लाख से अधिक पर्यटक आए, जिनमें भारतीय पर्यटकों की संख्या लगभग 37 करोड़ 77 लाख और विदेशी पर्यटकों की संख्या लगभग 13 लाख 43 हजार है.
अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट, लखनऊ, विन्ध्याचल, प्रयागराज, नैमिषारण्य, गोरखपुर, मथुरा, बटेश्वर धाम, गढ़मुक्तेश्वर, शुकतीर्थ धाम, माँ शाकुम्भरी देवी, सारनाथ और अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का पर्यटन विकास-सौन्दर्याकरण के कार्य कराये जा रहे हैं.
बजट पेश होने के बाद इस पर खुशी जताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बजट को हम श्री रामलला को अर्पित करते हैं. इस बजट की शुरुआत में, मध्य में और अंत में, सबमें प्रभु श्रीराम हैं. इसके विचार में, संकल्प में, एक-एक शब्द में श्रीराम हैं.
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