पत्नी की पढ़ाई करने की जिद पर पति ने किताबें फाड़ीं, बोला- गुलाम बनकर रहोगी

बांदा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पत्नी की पढ़ाई करने की जिद पर पति ने उसकी किताबें फाड़ दीं और बोला कि तुम हमेशा गुलाम बनकर रहोगी. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने पति समेत 5 ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Advertisement
(प्रतीकात्मक फोटो) (प्रतीकात्मक फोटो)

सिद्धार्थ गुप्ता

  • बांदा,
  • 18 जून 2024,
  • अपडेटेड 8:44 PM IST

उत्तर प्रदेश के बांदा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक पति ने पत्नी के पढ़ाई करने की जिद पर उसकी किताबें फाड़ दी और कहा तुम गुलाम बनकर रहोगी. इसके बाद पत्नी ने स्थानीय थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई और पुलिस से कार्रवाई की मांग की. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. 

Advertisement

यह मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है. यहां की रहने वाली एक महिला ने शिकायत के दौरान पुलिस को बताया कि उसकी शादी दिसंबर 2022 में हिंदू रीति रिवाज से हुई थी, पति और ससुराल वालों ने शादी के बाद आगे पढ़ाई कराने की बात कही थी. लेकिन ससुराल पहुंचने पर उन्होंने पढ़ने से मना कर दिया और अतिरिक्त दहेज के लिए ताना देना देकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. पढ़ाई की इच्छा जाहिर कर पति ने अपशब्द बोले और मारपीट भी की.

पति ने पत्नी की किताबें फाड़ दीं 

इसके बाद पीड़िता ने अपने मायके वालों को घटना की जानकारी दी. रिश्तेदारों की मौजूदगी में समझौता कराकर मामले को शांत कराया गया. इसके बाद जब नवविवाहिता ने पढ़ने के लिए कहा तो गुस्साए पति ने सारी किताबें और बैग फाड़ दिया और कहा कि अब तुम कभी नहीं पढ़ पाओगी, जीवन भर मेरी गुलाम बनकर रहोगी. इस घटना के बाद से गर्भवती नवविवाहिता सदमे में है. उसने पति सहित अन्य ससुराल वालों की शिकायत कर पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की है.

Advertisement

पुलिस ने दर्ज किया केस 

एसपी अंकुर अग्रवाल ने पीड़िता को न्याय का भरोसा दिलाया और तत्काल महिला थाना को दोनों पक्षों को बुलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. लेकिन आपसी रजामंदी नहीं हुई फिर पीड़िता की शिकायत पर पति सहित ससुराल के 5 सदस्यों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया गया. थाना प्रभारी मोनी निषाद मामले में जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई करने में जुटी हैं. 
 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement